भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए भारतीय रेलवे ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। भारतीय रेलवे देश में आइसोलेशन वॉर्ड की क्षमता बढ़ाने के लिए भारतीय रेल के 20000 बोगियों को तैयार कर रहा है। कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए इन बोगियों का उपयोग क्वारंटाइन के लिए किया जा सकेगा। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार इन 20 हजार कोचों में 3.2 लाख बेड तैयार हो सकते हैं।
रेलवे बोर्ड ने सोमवार (30 मार्च) को रेलवे के जोनल मैनेजरों को लेटर भेजा है। लेटर में कहा गया, 'कोविड-19 से लड़ने की तैयारियों के तहत 25 मार्च को हुई वीडियो कॉन्फ्रेंस में सलाह दी गई थी कि मेडिकल डिपार्टमेंट के साथ परामर्श करते हुए कुछ डिब्बों को आइसोलेशन वॉर्ड में तब्दील किया जा सकता है। इस सिलसिले में सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाओं, अनेक जोन रेलवे के चिकित्सा विभाग और आयुष्मान भारत से बातचीत की गयी।’ इसमें कहा गया, ‘‘भारतीय रेलवे को ऐसे बीस हजार डिब्बों को बदलने की जरूरत पड़ सकती है जिनमें शुरूआत में पांच हजार डिब्बों को आइसोलेशन वॉर्ड बनाया जाएगा।’
129 प्रयोगशालाओं में हो रहा है कोरोना वायरस टेस्ट
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डा बलराम भार्गव ने बताया कि देश में इस समय 13 हजार परीक्षण प्रतिदिन की क्षमता के साथ सरकार की 129 प्रयोगशालायें कार्यरत हैं। इनमें एनएबीएल की मान्यताप्राप्त 49 प्रयोगशालायें भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि देश में निजी प्रयोगशालाओं द्वारा 16 हजार केन्द्रों से नमूने भी एकत्र किये जा रहे हैं।
परीक्षण किट की पर्याप्त उपलब्धता की जानकारी देते हुये डा भार्गव ने कहा कि अब तक देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के 38442 परीक्षण किये जा चुके हैं। इनमें से 1334 परीक्षण निजी प्रयोगशालाओं में किये गये।