कोरोना वायरस: निजामुद्दीन मरकज 'हॉटस्पॉट' घोषित, केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार को तबलीगी जमात के बारे में किया था आगाह
By पल्लवी कुमारी | Published: April 1, 2020 07:52 AM2020-04-01T07:52:40+5:302020-04-01T07:52:40+5:30
भारत में कोरोना का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। आज लॉकडाउन का आठवां दिन है। संक्रमित लोगों की संख्या 1400 पहुंच गई है जबकि इसकी वजह से 35 लोगों की मौत हो गई है।
नई दिल्ली: दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तबलीगी जमात प्रचारक के धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद भारत में सात लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा देशभर में 50 से ज्यादा ऐसे कोविड19 के मरीज सामने आ चुके हैं, जिन्होंने तबलीगी जमात दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में 13 मार्च से 15 मार्च के बीच धार्मिक सभा में भाग लिया था। इन सब मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने दक्षिण दिल्ली में निजामुद्दीन मरकज वाले इलाके को कोरोना वायरस हॉटस्पॉट (जहां संक्रमित लोगों की संख्या ज्यादा है) घोषित किया गया है। इस इलाके में आठ दिनों तक चले धार्मिक सभा में कई देशों के हजारों लोगों ने हिस्सा लिया था।
28 मार्च को तबलीगी जमात प्रचारक के बारे में केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार को आगाह किया था
एनडीटीवी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, 28 मार्च को गृह मंत्रालय ने दिल्ली सरकार को पत्र लिखकर सूचित किया था कि हमें सूचना मिली है कि तबलीगी जमात में एक धार्मिक कार्यक्रम चल रहा है, हमें आशंका है कि अन्य देशों से आए लोगों से कोरोना वायरस का संक्रमण फैल सकता है। मंत्रालय ने सभी राज्यों की पुलिस को उनका पता लगाने, स्क्रीन लगाने और उन्हें संगरोध करने के लिए कहा था।
2000 से अधिक लोगों ने धार्मिक सभा में हिस्सा लिया था
इंडोनेशिया और मलेशिया समेत अनेक देशों के 2000 से अधिक प्रतिनिधियों ने एक से 15 मार्च तक तबलीगी जमात में भाग लिया था। इस दौरान तबलीगी जमात ने एक धार्मिक आयोजन किया था। यह आयोजन तबलीगी जमात के दिल्ली मुख्यालय में हुआ था। बताया जा रहा है कि इसमें हजार से भी अधिक लोग जमा हुए थे, जिनमें अधिकतर भारतीय थे। यहीं पर कुछ ऐसे लोग भी थे, जो कोरोना से संक्रमित थे। हालांकि स्थानीय लोगों ने कहा कि इस अवधि के बाद भी बड़ी संख्या में लोग जमात के मरकज में ठहरे रहे।
इस धार्मिक आयोजन में हिस्से लेने वालों में कुछ वरिष्ठ मौलाना भी थे। जिसमें बहुत लोग सऊदी अरब, मलेशिया और इंडोनेशिया से भी आए थे, उन देशों में पहले ही कोरोना बुरी तरह से फैला हुआ है। कार्यक्रम में करीब 250 विदेशी मेहमान थे। विदेशी मेहमानों में थाईलैंड और किर्गिस्तान से आए लोग भी थे, जो अभी वापस नहीं लौटे हैं।
कोरोना वायरस: आंध्र प्रदेश में संक्रमण के 21 नए मामलों में अधिकांश तबलीगी जमात के आयोजन में हुए थे शामिल
आंध्र प्रदेश में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 21 नए मामले सामने आए जिनमें से 18 व्यक्ति वे हैं जो नयी दिल्ली में तबलीगी जमात के आयोजन में शामिल हुए थे। चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 44 हो गई है। संक्रमण के ताजा मामलों में से चार विशाखापत्तनम के हैं और यह सभी व्यक्ति 13 और 15 मार्च को दिल्ली के निजामुद्दीन में धार्मिक आयोजन में शामिल हुए थे। संक्रमित व्यक्तियों में से एक मदीना से लौटा है और दो अन्य कर्नाटक में मक्का से लौटे एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से संक्रमित हुए।
तेलंगाना के लगभग 1,000 लोग निजामुद्दीन मरकज के कार्यक्रम में शामिल हुए थे: अधिकारी
तेलंगाना प्रशासन का अनुमान है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में राज्य के 1000 से अधिक लोग शामिल हुए होंगे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ऐसे लोगों के संपर्क में आए व्यक्तियों की पहचान की कोशिश की जा रही है। उस कार्यक्रम में शामिल होने वाले छह लोगों की कोरोना वायरस से मौत होने के बाद राज्य सरकार ने अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। सोमवार को सरकारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया था कि 13-15 मार्च के बीच इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले छह लोगों की मौत कोरोना वायरस से हुई है।