Coronavirus: प्लाज्मा थेरेपी पर केंद्र के साथ खड़ी दिख रही दिल्ली सरकार
By एसके गुप्ता | Updated: April 29, 2020 22:57 IST2020-04-29T22:57:48+5:302020-04-29T22:57:48+5:30
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्लाज्मा थेरेपी पर यह स्पष्ट किया है कि प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना वायरस के इलाज का अभी तक कोई पुख्ता सबूत नहीं है। केंद्र ने किसी भी राज्य को उपचार के तौर पर इसके इस्तेमाल की अनुमति नहीं दी है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल। (फाइल फोटो)
प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना रोगियों के इलाज को लेकर दावे कर रही दिल्ली सरकार केंद्र के स्पष्टीकरण के बाद केंद्र के साथ खड़ी नजर आ रही है। यही वजह है कि पहले प्लाज्मा थेरेपी पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि प्लाज्मा थेरेपी फिलहाल ट्रायल स्टेज में है। केंद्र की अनुमति के बिना उपयोग नहीं किया जाएगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्लाज्मा थेरेपी पर यह स्पष्ट किया है कि प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना वायरस के इलाज का अभी तक कोई पुख्ता सबूत नहीं है। केंद्र ने किसी भी राज्य को उपचार के तौर पर इसके इस्तेमाल की अनुमति नहीं दी है। इसे लेकर सभी दावे गलत हैं। क्योंकि अभी भी प्लाज्मा थेरेपी एक्सपेरिमेंटल स्टेज पर ही हैं। प्लाज्मा थेरेपी अभी भी प्रायोगिक है। जब तक इसे लेकर कोई पुख्ता सबूत नहीं मिल जाता। इसका उपयोग किसी के द्वारा नहीं किया जाना चाहिए। क्योंकि यह रोगी के लिए हानिकारक हो सकता है।
आईसीएमआर ने कोविड-19 के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी की प्रभावकारिता का अध्ययन करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अध्ययन शुरू किया है। प्लाज्मा थेरेपी पर आईसीएमआर की ओर से भी खुद यही वक्तव्य जारी किया गया है।
केंद्र के इस वक्तव्य के बाद बुधवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से सधा हुआ जवाब देते हुए कहा कि दिल्ली में यह ट्रायल स्टेज पर है। केंद्र की अनुमति के बिना इसका उपयोग नहीं किया जाएगा। कोरोना की इस लडाई में दिल्ली सरकार केंद्र के साथ है।