आरा में कोरोना संक्रमित डॉक्टरों और कर्मियों को बुलाया गया अस्पताल, नही आए तो कड़ी कार्रवाई की भी धमकी
By विनीत कुमार | Updated: April 24, 2021 09:44 IST2021-04-24T09:40:35+5:302021-04-24T09:44:56+5:30
आरा के सदर अस्पताल में कार्यरत सभी डॉक्टरों और कर्मचारियों को 24 अप्रैल को उपस्थित रहने को कहा गया है। आदेश में कहा गया है कि जो कोविड पॉजिटिव के कारण ड्यूटी पर नहीं हैं, वे भी मौजूद रहेंगे। इस आदेश पर अब विवाद शुरू हो गया है।

आरा सदर अस्पताल अधीक्षक के फरमान पर विवाद (प्रतीकात्मक तस्वीर)
कोरोना की चपेट में पूरा देश है। बिहार में भी यही हालात हैं और यहां छोटे-छोटे शहरों में लोगों को समुचित इलाज के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। इस बीच बिहार के ही आरा जिले के सदर अस्पताल के अधीक्षक के हवाले से जारी एक अजीबोगरीब फरमान पर सवाल उठने लगे हैं।
दरअसल, अधीक्षक की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि 24 अप्रैल को केंद्रीय मंत्री आरके सिंह आरा सदर अस्पताल का निरीक्षण करने वाले हैं। इसलिए सभी चिकित्सा पदाधिकारी और कर्मचारी (कोविड पॉजिटिव सहित) को ड्रेस कोड में उपस्थित रहना होगा।
साथ ही कहा गया है कि सभी कोविड पॉजिटिव चिकित्सा पदाधिकारी और कर्मचारियों का आरटीपीसीआर जांच किया जाना है। अनुपस्थित पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कोविड पॉजिटिव डॉक्टरों को बुलाने पर अधीक्षक ने क्या कहा
कोरोना पॉजिटिव डॉक्टरों और कर्मचारियों को मंत्री जी के दौरे पर उपस्थित रहने के फरमान पर प्रभारी अधीक्षक प्रवीण कुमार ने आदेश को सही बताया। उन्होंने कहा कि ऐसी शिकायत मिली है कि कुछ डॉक्टर और कर्मचारी कोरोना की झूठी रिपोर्ट दिखाकर ड्यूटी से गायब हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि आए दिन अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ रही है और कोरोना के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में अस्पताल में डॉक्टरों का होना जरूरी है। ऐसे में जो भी डॉक्टर बहाने बनाते पकड़े जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एबीपी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार प्रभारी अधीक्षक ने कहा कि कई डॉक्टर सिटी स्कैन की रिपोर्ट दिखाकर गायब हैं जबकि कोरोना के लिए सबसे विश्वसनीय आरटी-पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट है। इसलिए इन सभी की जांच की जाएगी।