तिरुवनंतपुरम/चेन्नईःकेरल में 11 और मरीजों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि के साथ ही बुधवार को प्रदेश में कोविड—19 के मरीजों की संख्या बढ़ कर 437 हो गयी है।
कोझीकोड़ मेडिकल कालेज के दो हाउस सर्जनों के संक्रमित होने की पुष्टि हुयी है। केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने संवाददाताओं को बताया कि दोनों ने राज्य से बाहर की यात्रा की थी । प्रदेश में सामने आये ताजा मामलों में से कन्नूर में सात, कोझीकोड़ में दो जबकि कोट्टायम एवं मलप्पुरम में एक एक व्यक्ति के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। एक व्यक्ति की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। राज्य में 29 हजार लोगों को निगरानी में रखा गया है जिनमें से 346 अस्पतालों में हैं।
तमिलनाडु में कोरोना वायरस के 33 और मामले सामने आये
तमिलनाडु में बुधवार को कोरोना वायरस के कुल 33 मामले सामने आये है जिनमें से 15 नये मामले केवल चेन्नई में सामने आये है। स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी देते हुए एक बुलेटिन में बताया कि राज्य में किसी और व्यक्ति की मौत नहीं हुई है। राज्य में अब तक इस महामारी से 18 लोगों की मौत हुई है।
बुलेटिन में कहा गया है कि इन नये मामलों को मिलाकर इस वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 1629 हो गई है। चेन्नई में नये मामलों को मिलाकर कुल मामलों की संख्या 373 हो गई है। राज्य में मंगलवार को कोरोना वायरस के 76 नये मामले सामने आये थे। बुलेटिन के अनुसार बुधवार को सामने आये 33 नये मामलों में 10 महिलाएं और शेष पुरुष हैं। इसमें कहा गया है कि लगभग 23,760 लोग घरों में पृथक है जबकि 155 लोग सरकारी केन्द्रों में पृथक-वास में है।
विदेश से आने वाले केरल वासियों को संक्रमण नहीं होने का प्रमाण पत्र लाना होगा : केरल सरकार
केरल सरकार ने कहा है कि केंद्र की अनुमति मिलने के बाद विभिन्न देशों खासकर खाड़ी क्षेत्र में रह रहे राज्य के लोगों को वापस आने के लिए कोरोना वायरस संक्रमण नहीं होने का आवश्यक प्रमाणपत्र भी लाना होगा । राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने में कामयाबी के बाद विदेशों से आने वाले संक्रमण के मामले के प्रति एहतियात बरतते हुए सरकार ने एक आदेश जारी किया है जिसमें कहा गया है जिन लोगों के पास संक्रमण नहीं होने का प्रमाणपत्र होगा, वो नोरका (अनिवासी केरल मामले)विभाग में पंजीकरण करा सकते हैं।
राज्य के गृह सचिव डॉ. विश्वास मेहता ने पीटीआई-भाषा को एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘हम ऐसे लोगों को (राज्य में) आने की अनुमति देंगे जिनके पास संक्रमण नहीं होने का प्रमाण पत्र होगा। इसके बाद ही वे ‘नोरका’ में पंजीकरण करा पाएंगे।’’ उन्होंने कहा कि केरल के प्रवासियों द्वारा पंजीकरण कराए जाने के बाद सरकार एक सूची बनाएगी कि किनको प्राथमिकता के साथ लाना चाहिए । विदेश में रहने वाले केरल के प्रवासियों की वापसी के लिए राज्य सरकार द्वारा तैयार दिशा-निर्देश के तहत जिस देश से वह केरल वापस आना चाहते हैं, पहले वहां जांच करानी होगी और उनके पास कोविड-19 संक्रमित नहीं होने का प्रमाणपत्र भी होना चाहिए ।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी रणनीति है कि विदेश में रहने वाले केरल के लोगों को खुद जांच करानी चाहिए और उन्हें संक्रमण नहीं होने के प्रमाणपत्र के साथ राज्य आना चाहिए। राज्य पहुंचने पर हवाई अड्डे पर उनकी जांच की जाएगी। अगर उनमें कोई लक्षण मिला तो उन्हें कोरोना वायरस देखभाल केंद्र में भेज दिया जाएगा । जिन लोगों में किसी तरह के लक्षण नहीं होंगे उन्हें घर भेज दिया जाएगा लेकिन उन्हें 14 दिन के लिए निगरानी में रहना होगा ।’’ आधिकारिक आकलन के मुताबिक, विभिन्न देशों में केरल के 33 लाख लोग रह रहे हैं । इनमें से 22 लाख लोग खाड़ी क्षेत्र में हैं और सरकार को उम्मीद है कि उड़ान सेवा बहाल होने पर 30 दिन के भीतर तीन से 5.5 लाख लोग वापस आ सकते हैं ।