बिहार में 21 जनवरी तक स्कूल, कॉलेज, कोचिंग सेंटर व हॉस्टल बंद, दफ्तरों में कर्मचारियों की 50 प्रतिशत उपस्थिति
By अनिल शर्मा | Published: January 7, 2022 10:09 AM2022-01-07T10:09:30+5:302022-01-07T10:59:32+5:30
बिहार में नए पाबंदियों के तहत राज्य सरकार ने कहा कि इन संस्थानों के कार्यालय 50% उपस्थिति के साथ संचालित हो सकेंगे।
पटनाः बिहार में कोरोना को बढ़ते मामलों को देखते हुए नीतीश सरकार ने सभी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग सेंटर और छात्रावासों को 21 जनवरी तक बंद रखने का आदेश दिया है।
गौरतलब है कि इससे पहले सरकार ने 8वीं से ऊपर के स्कूल और कॉलेजों को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने का निर्णय लिया था। लेकिन राज्य में कोरोना के प्रसार को देखते हुए मंगलवार को जारी दिशा-निर्देशों में गुरुवार को बदलाव किया गया है। यह आदेश भी 21 जनवरी तक प्रभावी रहेगा।
50% उपस्थिति के साथ संस्थानों के कार्यालय संचालित होंगे
राज्य सरकार ने कहा कि नए पाबंदियों के तहत इन संस्थानों के कार्यालय 50% उपस्थिति के साथ संचालित हो सकेंगे और ऑनलाइन शिक्षण कार्य संचालित किए जा सकेंगे। वहीं, सभी सरकारी व प्राइवेट दफ्तर 50% उपस्थिति के साथ खुलेंगे। मुख्य सचिव आमिर सुबहानी के हस्ताक्षर से जारी गृह विभाग के आदेश के मुताबिक शिक्षण संस्थान जरूर बंद रहेंगे लेकिन परीक्षाएं आयोजित करने पर रोक नहीं लगाई गई है।
आवश्यक सेवाओं से जुड़े कार्यालयों पर पाबंदियां नहीं
गृह विभाग द्वारा गुरुवार को जारी संशोधित आदेश के में कहा गया है कि आवश्यक सेवाओं से जुड़े कार्यालय पूरी क्षमता के साथ काम करेंगे। यहां कर्मचारियों की 50 प्रतिशत क्षमता का आदेश लागू नहीं होगा। जिला प्रशासन, पुलिस, होमगार्ड, कारा, सिविल डिफेंस, विद्युत आपूर्ति, जलापूर्ति, स्वच्छता, फायर बिग्रेड, स्वास्थ्य, पशु स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन, दूरसंचार, डाक विभाग, कोषागार और इनसे संबंधित वित्त विभाग के कार्यालय, खाद्यान्न की अधिप्राप्ति से जुड़े कार्यालय, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, निर्वाचन विभाग की आवश्यक गतिविधियों से संबंधित कार्यालय भी पहले की तरह कार्य करेंगे। न्यायिक प्रशासन के संबंध में उच्च न्यायालय द्वारा लिया गया निर्णय प्रभावी होगा। राज्य सरकार द्वारा 4 जनवरी को जारी आदेश में और कोई बदलाव नहीं किया गया है। नाइट कर्फ्यू जारी रहेंगे।
गुरुवार को दो संक्रमितों की मौत हो गई
बिहार में गुरुवार को कोरोना वायरस से संक्रमित दो और मरीजों (दोनों महिला) की मौत हो गई जबकि कोविड-19 के 2,379 नए मामले प्रकाश में आए। पटना स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) जहां पर 22 संक्रमितों का इलाज चल रहा है ने एक बयान में बताया कि दो मरीजों की संक्रमण से मौत हुई है जिनमें 85 वर्षीय एक महिला शामिल है जो पिछले दो दिनों से वेंटिलेटर पर थी जबकि दूसरी मृतका की उम्र 26 साल है और उसे संक्रमण के साथ अन्य जटिलताओं के कारण यहां भर्ती कराया गया था।
पटना एम्स के कोविड नोडल अधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान उनके अस्पताल में 14 डॉक्टरों और कई पैरामेडिक्स की कोरोना जांच रिर्पोट पाजिटिव आयी है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के 2379 नए मामले प्रकाश में आने के साथ राज्य में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 5,785 हो गई है जो पिछले दिन की तुलना में लगभग 50 प्रतिशत अधिक है। विभाग ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों में आधे से अधिक यानी 3712 मरीज पटना के हैं। इस बीच, राज्य में टीकाकरण तेजी से हो रहा है और अब तक कुल 10.25 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। राज्य में 15 से 18 वर्ष आयुवर्ग के करीब 10 लाख किशोरों का गत चार दिन में टीकाकरण हुआ है।