कोरोना वायरस: भारतीय रेल ने शुरू किया थर्मल टेम्परेचर स्कैनिंग, भारत में अबतक 110 संक्रमित मामले
By स्वाति सिंह | Published: March 16, 2020 12:17 PM2020-03-16T12:17:44+5:302020-03-16T12:17:44+5:30
कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई तेज करते हुए मुंबई में रेलवे प्रशासन ने लोकल ट्रेनों के साथ-साथ लंबी दूरी की ट्रेनों को भी संक्रमण मुक्त करना शुरू कर दिया है। लोकल ट्रेनों में हर दिन करीब 80 लाख यात्री सफर करते हैं।
कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए भारतीय रेलवे ने राज्य सरकारों के साथ मिलकर थर्मल टेम्परेचर स्कैनिंग की शुरुआत की है। इससे पहले दक्षिण रेलवे ने रविवार को वातानुकूलित डिब्बों से कंबल हटवाने और डिब्बों को कीटाणुरहित करने के आदेश जारी किए। हालांकि मांगने पर यात्रियों को कंबल दिए जाएंगे। रेलवे ने कहा कि डिब्बों में तकिए और तकिए के गिलाफ मिलना जारी रहेगा।
रेलवे ने कहा कि कंबल हटाने का यह आदेश एक महीने या अगले आदेश तक लागू होगा। रेलवे बोर्ड की सलाह पर यह कदम उठाया गया। एक विज्ञप्ति के अनुसार विभिन्न उपायों के तहत डिब्बों के बाहरी और अंदरूनी हिस्सों पर कीटाणुनाशक का छिड़काव किया गया। दक्षिण रेलवे ने यात्रियों से एहतियाती कदमों में सहयोग करने और अपना कंबल लाने का आग्रह किया। साथ ही यह भी कहा गया कि यात्रा के दौरान आवश्यकतानुसार कोच परिचारकों से कंबल मांगा भी जा सकता है।
वहीं, कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई तेज करते हुए मुंबई में रेलवे प्रशासन ने लोकल ट्रेनों के साथ-साथ लंबी दूरी की ट्रेनों को भी संक्रमण मुक्त करना शुरू कर दिया है। लोकल ट्रेनों में हर दिन करीब 80 लाख यात्री सफर करते हैं। मध्य रेलवे के अनुसार, सभी डिब्बों में पकड़ने के हैंडल, दरवाजों के हैंडल, दरवाजों की कुंडी, प्रवेश द्वार, खिड़कियों, बिजली के स्विच और लोकल ट्रेनों के अंदर तथा ट्रेनों के बाहर अन्य हिस्सों को कीटाणुनाशकों के इस्तेमाल से साफ किया जा रहा है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘‘सफाई और स्वच्छता के लिए खासतौर से कोविड-19 परामर्श को ध्यान में रखते हुए मध्य रेलवे के डिपो पर डिब्बों के रखरखाव के दौरान विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।’’ उन्होंने बताया कि शौचालयों की अच्छे तरीके से सफाई और उन्हें संक्रमण मुक्त किया जा रहा है।
मध्य रेलवे ने बताया कि धोबी घाट पर चादरों की सफाई पर भी ध्यान दिया जा रहा है और कोच सहायक से यात्रियों को नयी चादरें उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि एसी डिब्बों में सभी पर्दों को अगले चार-पांच दिनों में हटाया जाएगा। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘यात्रियों को अपनी चादरें लाने की सलाह दी गई है।’’