Coronavirus Live Updates: ‘मास्क नहीं, सब्जी नहीं', त्रिपुरा में विक्रेताओं ने प्रवेश द्वार पर ही एक तख्ती टांग दी
By भाषा | Updated: April 23, 2020 18:25 IST2020-04-23T18:25:59+5:302020-04-23T18:25:59+5:30
देश भऱ में पेट्रोल पंप के बाद सब्जी बेचने वाले ने ऐलान कर दिया है। सब्जियों के थोक बाजार महाराजगंज में प्रवेश द्वार पर लिखा है कि आपको कोई भी सामान चाहिए तो मास्क पहन कर आइये। नहीं तो आपको समान नहीं मिलेगा।

उचित दूरी बनाए रखेंगे और अपनी बारी आने का धैर्यपूर्वक इंतजार करेंगे। (file photo)
अगरतलाः कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के प्रयास में अगरतला में कारोबारियों ने कहा है कि सामाजिक दूरी के मानकों का उल्लंघन करने वाले और बिना मास्क पहने उनकी दुकानों पर आने वाले लोगों को वे सामान नहीं बेचेंगे।
सब्जियों के थोक बाजार महाराजगंज बाजार में प्रवेश द्वार पर ही एक तख्ती टांग दी गई है, जिसपर लिखा है कि बिना मास्क पहने आए लोगों को सामान नहीं दिया जाएगा। ‘महाराजगंज बाजार सब्जी व्यवसायी समिति’ के सदस्य नकुल दास ने बताया, ‘‘थोक और खुदरा विक्रेताओं ने एक बैठक के दौरान फैसला किया कि वे सरकार द्वारा निर्धारित मानदंडों का सख्ती से पालन करेंगे।’’
बाजार में सब्जी बेचने का काम करने वाले गौरांग पाल ने कहा कि उन्होंने पिछले कुछ दिनों में कई ग्राहकों का अनुरोध ठुकरा दिया है, क्योंकि ‘‘उन्होंने सामाजिक दूरी के मानदंडों का पालन करने से इंकार कर दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने अपने उत्पाद सिर्फ उन्हीं लोगों को बेचने का फैसला किया है, जो उचित दूरी बनाए रखेंगे और अपनी बारी आने का धैर्यपूर्वक इंतजार करेंगे। यह हमारा काम आसान बनाता है।’’
बटला और लेक चौमुहानी बाजार में विक्रेताओं ने भी इसी तरह के उपाय किए हैं। जमावड़े को रोकने के लिए सभी बाजारों में पुलिस और त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (टीएसआर) के जवान तैनात किए गए हैं। शहर भर के पेट्रोल पंपों ने भी ‘मास्क नहीं,ईंधन नहीं' की नीति अपनाई है।
कोविड-19: यात्री जहाज में फंसे चालक दल के 145 सदस्य मुंबई में उतरे
कोरोना वायरस महामारी के चलते एक यात्री जहाज में फंसे लगभग 145 भारतीय बृहस्पतिवार को मुंबई में उतर गए। ये सभी जहाज के चालक दल के सदस्य हैं, जो एक महीने से भी ज्यादा समय पहले थाईलैंड से रवाना हुए थे। अधिकारियों ने कहा कि यात्री जहाज 'मारिला डिस्कवरी' के चालक दल के ये सदस्य शहर में इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल पर उतरे। मुंबई पोर्ट ट्रस्ट (एमपीटी) के अध्यक्ष संजय भाटिया ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा कि चालक दल के सदस्य मुंबई, गोवा, हैदराबाद और देश के अन्य हिस्सों के निवासी हैं।
उन्होंने कहा, ''फिलहाल उन्हें पृथक कर दिया गया है। उनकी कोविड-19 की जांच की जाएगी, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद उन्हें घर भेजने या नहीं भेजने पर फैसला लिया जाएगा।'' उन्होंने कहा कि जहाज में सवार यात्री कोविड-19 प्रकोप के बाद 14 मार्च को थाईलैंड में उतर गए थे। भाटिया ने कहा कि यह जहाज 14 अप्रैल को नॉर्वे से मुंबई पहुंचा था, लेकिन चालक दल के सदस्यों को इससे उतरने की अनुमति नहीं मिली थी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस मुद्दे पर केन्द्र सरकार से चर्चा की थी, जिसके बाद केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस जहाज समेत अन्य जहाजों के चालक दल के सदस्यों के जहाज से उतरने को लेकर दिशा-निर्देश जारी किये थे। मुख्यमंत्री कार्यालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि जहाज का संचालन करने वाली कंपनी ने कहा है कि 37 दिन पहले थाईलैंड से रवाना होने और चालक दल के किसी भी सदस्य के कोविड-19 से संक्रमित नहीं पाए जाने के बावजूद जहाज को बंदरगाह में प्रवेश की अनुमति नहीं मिल पाई है।