कश्मीर में दुकानें जलाने की साजिश विफल, लगातार हो रही हैं ऐसी घटनाएं
By भाषा | Published: December 2, 2019 05:57 PM2019-12-02T17:57:46+5:302019-12-02T17:57:46+5:30
बीते कई रोज से रात के वक्त उपद्रवी ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। अब तक ऐसी तीन घटनाएं हो चुकी हैं। शनिवार रात बेहद सुरक्षित अखारा इमारत के सामने बुडशाह चौक और इससे एक रात पहले हरि सिंह हाई स्ट्रीट में गोनी खान पर ऐसी घटनाएं हो चुकी है।
जम्मू-कश्मीर के एक बाजार में आधी रात के वक्त दुकानों में आगजनी की साजिश को सतर्क लोगों ने विफल कर दिया। शहर में इस तरह की रहस्यमय घटनाओं की कड़ी में यह नयी घटना है। अधिकारियों को संदेह है कि उन दुकान मालिकों को निशाना बनाया जा रहा है जिन्होंने अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म करने के विरोध में अघोषित बंद का पालन नहीं किया।
अधिकारियों ने बताया कि रविवार रात को रेसिडेंसी रोड पर लामबर्ट लेन बाजार में कुछ दुकानों पर ज्वलनशील पदार्थ फेंका गया लेकिन आसपास की इमारतों के लोगों ने इस साजिश को विफल कर दिया। नजदीक की एक इमारत में रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया, ‘‘शनिवार देर रात हमें इमारत के इर्द-गिर्द पेट्रोल की गंध आई। हम तुरंत नीचे उतरे तो वहां कोई नहीं था लेकिन कुछ दुकानों पर ईंधन फेंका गया था। हमने बाजार संघ के सदस्यों को सूचना दी और उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी।’’
बीते कई रोज से रात के वक्त उपद्रवी ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। अब तक ऐसी तीन घटनाएं हो चुकी हैं। शनिवार रात बेहद सुरक्षित अखारा इमारत के सामने बुडशाह चौक और इससे एक रात पहले हरि सिंह हाई स्ट्रीट में गोनी खान पर ऐसी घटनाएं हो चुकी है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन घटनाओं की जांच चल रही है और इनमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पांच अगस्त को संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकांश प्रावधानों को खत्म करने के फैसले के बाद से शहर में दुकानों में रात के वक्त आग लगाने की कई रहस्यमय घटनाएं हो चुकी हैं जिनमें कई दुकानें जलकर खाक हो गई या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गई।
ज्यादातर मामलों में दुकानें उन बाजारों की हैं जो दोपहर तक की स्वनिर्धारित सीमा के बाद भी खुले रहते थे। इन मामलों में पुलिस आग लगने की वजह इलेक्ट्रिक शॉर्ट सर्किट बता रही है।