राहुल गांधी के इस्तीफे की जिद से घबराए कार्यकर्ती, पार्टी के नेतृत्वविहीन होने को लेकर बैठे अनशन पर
By शीलेष शर्मा | Published: July 3, 2019 05:49 AM2019-07-03T05:49:57+5:302019-07-03T05:49:57+5:30
नरेश कुमार का यह भी मानना था कि कांग्रेस एक ऐसे दौर से गुजर रही है जब उसे राहुल के प्रभावी नेतृत्व की आवश्यकता है क्योंकि राहुल के बगैर पार्टी का कोई दूसरा नेता पार्टी को एक धागे में पिरोकर ना तो रख सकता है और ना मोदी-शाह की जोड़ी से सीधी टककर ले सकता है.
राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की जिद पर अड़े रहने के कारण कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी घबराहट है. इस घबराहट के संकेत उस समय देखने को मिले जब मंगलवार सुबह से ही हजारों-हजार कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस मुख्यालय में डेरा डालकर राहुल से इस्तीफा वापस लेने की मांग को लेकर अनशन शुरू कर दिया.
रघुपति राघव राजा राम..... की धुन बजती रही और दिन भर यह कार्यकर्ता 44 डिग्री के तापमान में राहुल से इस्तीफा वापस लेने की मांग करते रहे. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी डॉ नरेश कुमार ने बताया कि जब तक राहुल अपना इस्तीफा वापस लेने का फैसला बदल नहीं लेते तब तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं का यह दबाव उन पर जारी रहेगा.
नरेश कुमार का यह भी मानना था कि कांग्रेस एक ऐसे दौर से गुजर रही है जब उसे राहुल के प्रभावी नेतृत्व की आवश्यकता है क्योंकि राहुल के बगैर पार्टी का कोई दूसरा नेता पार्टी को एक धागे में पिरोकर ना तो रख सकता है और ना मोदी-शाह की जोड़ी से सीधी टककर ले सकता है.
धरनास्थल पर कार्यकर्ताओं के अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का भी दिन भर जमावड़ा रहा. एक नेता जाता, तो दूसरा इन आंदोलनकारियों का हौसला बढ़ाने के लिए धरना स्थल पर आता रहा. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक संकल्प पत्र भी पेश किया जिसमें राहुल से इस्तीफा वापस लेन की मांग की गयी है.
जहां एक तरफ कांग्रेस कार्यकर्ता धरना दे रहे थे तो वहीं दूसरी ओर कांगे्रस के ही एक कार्यकर्ता ने राहुल के इस्तीफा वापस न लेने से नाराज होकर आत्महत्या करने की कोशिश की. इस युवक ने धमकी दी कि यदि राहुल इस्तीफा वापस नहीं लेगे तो वह फांसी लगाकर आत्महत्या कर लेगा. आत्महत्या के प्रयास को लेकर युवक जैसे की पेड़ पर चढ़ा , पार्टी के कार्यकर्ताओं और दिल्ली पुलिस के जवान ने इस युवक को जबरन नीचे उतारा.
जहां एक ओर राहुल पर इस्तीफा वापस लेने के लिए चौतरफा दबाव बनाया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस में नए अध्यक्ष के नाम को लेकर भी चर्चा शुरु हो चुकी है. अब तक जो नेता इस दौड़ में शमिल है उसमे पूर्व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे पद के सबसे प्रबल दावेदार बताये जा रहे है.
उनके अलावा जो नाम चर्चा में है उनमें अशोक गहलोत,मल्लिकार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद, सहित दूसरे नाम शामिल है. लेकिन पार्टी के युवा नेता जिनका सीधा संपर्क राहुल से है वे पुराने नेताओं के साथ पार्टी को आगे बढ़ाने के पक्ष में नहीं है, ऐसे ही एक नेता ने लोकमत से चर्चा करते हुए कहा कि अब पार्टी में दो विचारों को लेकर संघर्ष है ‘सरवाईव’ या ‘रिवाईव’.
इस युवा नेता का मानना था कि जो पार्टी के वरिष्ठ नेता है वे चाहते है कि ऐसे ही हालतों के साथ पार्टी चलती रहे. लेकिन युवा नेताओं का मानना है कि पार्टी को नये सिरे से खड़ा किया जाए और एक नये युवा चेहरे के रुप में किसी नेता को सामने लाकर उसे राहुल के साथ काम करने का मौका दिया जाए. पार्टी में यह संघर्ष गति पकड़ रहा है लेकिन जब तक कोई फैसला नहीं हो जाता तब तक पार्टी में उहा-पोह की यह स्थिति जारी रहने के संकेत है.