टेलीविजन डिबेट में विपक्षी पार्टी की जमकर आलोचना करने वाली कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने अपनी पार्टी के बुरे बर्ताव को भी बर्दाश्त नहीं किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शुक्रवार को उन्होंने पार्टी प्रवक्ता के पद से इस्तीफा दे दिया है। प्रियंका चतुर्वेदी ने 17 अप्रैल को पार्टी के एक फैसले पर नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने लिखा था कि कांग्रेस में अपना खून-पसीना देने वालों की जगह लंपट और गुंडों को तरजीह दी जा रही है। प्रियंका ने लिखा कि मेरे साथ गलत बर्ताव करने वालों को बिना किसी कार्रवाई के छोड़ा जा रहा है।
क्या है पूरा मामला
मथुरा में राफेल मुद्दे पर प्रियंका चतुर्वेदी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। वहां उनके साथ कांग्रेस पार्टी के ही कुछ स्थानीय कार्यकर्ताओं ने दुर्व्यवहार किया था। प्रवक्ता ने पार्टी में इसकी शिकायत की जिसके बाद बुरा बर्ताव करने वालों को पार्टी से निकाल दिया था। लेकिन एक हालिया फैसले में उन्हें फिर पार्टी में वापस लेने की घोषणा की गई।
दुर्व्यवहार करने वालों की वापसी क्यों?
उत्तर प्रदेश कांग्रेस की तरफ से जारी पत्र में कहा गया है कि निलंबित सदस्यों ने अपने व्यवहार और आचरण के लिए खेद जताया है। उनके अनुरोध पर फिर से उन्हें पार्टी में शामिल किया जा रहा है। यह पत्र उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अनुशासनात्मक कमेटी के फजले मसूद ने जारी किया है। पत्र में लिखा है कि कांग्रेस पार्टी के महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया की संस्तुति पर अनुशासनात्मक कार्रवाई को निरस्त किया जाता है।