कंगना रनौत के बयान पर बिफरी कांग्रेस सहित विपक्षी पार्टियां, पद्म पुरस्कार वापस लेने की मांग
By शीलेष शर्मा | Updated: November 12, 2021 18:17 IST2021-11-12T18:17:43+5:302021-11-12T18:17:43+5:30
कंगना रनौत के बयान पर कई विपक्षी राजनीतिक पार्टियों ने भी कड़ा ऐतराज जताया है। विपक्षी पार्टियां कंगना को दिए पद्मश्री पुरस्कार को वापस लेने की मांग कर रही हैं।

कंगना रनौत के बयान पर बड़ा विवाद (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के भारत की आजादी को भीख बताने को लेकर सोशल मीडिया के बाद अब राजनीतिक हलकों में भी हंगामा खड़ा हो गया है। कांग्रेस, सपा, बसपा, टीएमसी सहित तमाम गैर भाजपा दलों ने कंगना की कड़ी आलोचना की है। साथ ही सरकार पर दवाब बनाते हुए मांग की कि कंगना को दिया गया पद्म पुरस्कार वापस लिया जाए।
पूर्व विदेश मंत्री आनंद शर्मा ने राष्ट्रपति को टैग कर एक के बाद एक ट्वीट किया, 'निंदनीय और पूरे देश को चौंकाने वाला। कंगना रनौत का बयान महात्मा गांधी, पंडित नेहरू और सरदार पटेल जैसे साहसी स्वतंत्रता सेनानियों और सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद और कई अन्य क्रांतिकारियों के बलिदान का अपमान करता है।'
उन्होंने दूसरा ट्वीट कर लिखा, 'रनौत को दिया गया पद्म पुरस्कार तुरंत वापस लेना चाहिए। इस तरह के पुरस्कार देने से पहले मानसिक मनोचिकित्सीय मूल्यांकन किया जाना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे व्यक्ति राष्ट्र और उसके नायकों का अपमान न करें।'
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'आजादी के 75वें साल में आजादी के रणबांकुरों का अपमान और गांधी-नेहरू-पटेल-बोस-भगत सिंह और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों का संघर्ष व बलिदान वो नहीं समझ सकते जो 'अंग्रेज के पिट्ठू' थे। इसीलिए Z सुरक्षा और पद्मश्री प्राप्त अनुयायियों को आजादी संग्राम को बदनाम करने की सुपारी दी है।'
पार्टी का सीधा हमला भाजपा और मोदी सरकार पर था। भाजपा ने जहां चुप्पी साध ली है तो भाजपा के सांसद वरुण गांधी ने पार्टी की विचारधारा के खिलाफ जा कर ट्वीट किया जिसमें कंगना के ट्वीट को उन्होंने देशद्रोह या पागलपन बताया।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी कंगना को दिये पद्म पुरस्कार को वापस लिए जाने की मांग उठाई जबकि मायावती ने इसे आज़ादी के आंदोलन का अपमान बताया।