कांग्रेस के बड़े नेता का दावा- मैंने माल्या और जेटली को संसद के सेंट्रल हॉल में बात करते देखा, CCTV में होगा सबूत
By पल्लवी कुमारी | Published: September 13, 2018 09:21 AM2018-09-13T09:21:01+5:302018-09-13T09:22:04+5:30
विजय माल्या ने बुधवार को लंदन की अदालत में भारती एजेंसियों की प्रत्यपर्ण की अर्जी पर सुनवाई से पहले दावा किया कि उन्होंने भारत छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात करके बैंकों के कर्ज का मामला निपटाने की पेशकश की थी।
नई दिल्ली, 13 सितम्बर: भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या द्वारा भारत छोड़ने से पहले केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से अपनी मुलाकात का दावा करने के बाद विपक्षी पार्टियों ने मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया। हालांकि जेटली ने माल्या के इस बयान को तथ्यात्मक तौर पर गलत करार दिया।
राहुल गांधी ने की इस्तीफे की मांग
विजय माल्या के दावों के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को माल्या के अत्यंत गंभीर आरोपों की स्वतंत्र जांच के आदेश तुरंत देने चाहिए और जेटली को जांच जारी रहने के दौरान अपना पद छोड़ देना चाहिए।
पीएल पुनिया का चौंकाने वाला बयान
इस बीच कांग्रेस सांसद पीएल पुनिया ने चौंकाने वाला बयान दे दिया है। पीएल पुनिया ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, हां, मैंने खुद वित्त मंत्री अरुण जेटली और विजय माल्या को संसद के सेंट्रल हॉल में एक-दूसरे से बातचीत करते हुए देखा था। चाहे तो सबूत के तौर पर उस दिन की सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद बात पूरी तरह साबित हो सकती है।
I saw both Arun Jaitley and Vijay Mallya having a discussion in the Central Hall of the Parliament. This can be can verified with CCTV footage from that day: PL Punia, Congress pic.twitter.com/eltNNKizfs
— ANI (@ANI) September 12, 2018
अर्जी पर सुनवाई के दौरान माल्या ने किया ये दावा
विजय माल्या ने बुधवार को लंदन की अदालत में भारती एजेंसियों की प्रत्यपर्ण की अर्जी पर सुनवाई से पहले दावा किया कि उन्होंने भारत छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात करके बैंकों के कर्ज का मामला निपटाने की पेशकश की थी।
जानें माल्या के दावों के बाद किसने क्या-क्या कहा...
- माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि माल्या के भारत से भागने के वाकये ने एक बार फिर इस बात की पुष्टि कर दी कि मोदी सरकार ‘‘बड़े डिफॉल्टरों को जनता के पैसे लूट कर भागने देती है। असल मुद्दा यह है कि लुकआउट नोटिसों के बाद भी वह कैसे भाग गया?’’
-आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने माल्या की ओर से किए गए खुलासे को ‘‘बिल्कुल चौंकाने वाला’’ करार दिया और सवाल किया, ‘‘वित्त मंत्री ने अब तक इस सूचना को छुपाए क्यों रखा?’’
केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नीरव मोदी के देश छोड़कर जाने से पहले उससे मिलते हैं। विजय माल्या के देश छोड़कर जाने से पहले वित्त मंत्री उससे मिलते हैं। इन बैठकों में क्या पकाया जा रहा था? जनता यह जानना चाहती है।'
- भाजपा के पूर्व नेता एवं पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि न सिर्फ वित्त मंत्री जेटली बल्कि पूरे भाजपा नेतृत्व को माल्या से अपने संबंधों पर बेदाग सामने आना चाहिए।
- कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘‘माल्या ने दो चीजें कही हैं। पहली कि उसने वित्त मंत्री से व्यवस्थित ढंग से मुलाकात की थी और दूसरी यह कि उसने मामले को सुलझाने की पेशकश की थी। इस मामले का पूरा खुलासा होना चाहिए। व्यापक स्पष्टीकरण आना चाहिए और व्यापक जांच होनी चाहिए।’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘जब बैंकों को मालूम था, वित्त मंत्रालय को मालूम था, पूरी सरकार को मालूम था और माननीय प्रधानमंत्री को मालूम था कि माल्या पर इतना बड़ा कर्ज बकाया है। ऐसे में उसे देश से बाहर क्यों जाने दिया गया। यह बुनियादी सवाल है जिसका उत्तर पूरा देश जानना चाहता है।’’
- राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि समूची मोदी सरकार घोटालेबाजों और भगोडों से ‘‘मिली हुई है।’’
तेजस्वी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘उन्होंने हजारों करोड़ रुपए लूटने की साजिश रची। प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को इसका जवाब देना चाहिए।’’
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)