कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर ने ओलंपिक पदक जीतने वाले भारतीय खिलाड़ियों को लेकर के एक विवादास्पद बयान दिया है। यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने इस तरह का बयान दिया है। कई बार पहले भी थरूर के बयानों को लेकर विवाद होते रहे हैं।
हालिया मामलों में थरूर ने कहा है कि हम भारत में कभी कभार ओलंपिक कांस्य पदक जीतने की खुशी मनाते हैं, वहीं चीनी अल्ट्रोनेशनलिस्ट सिल्वर मेडल जीतने पर अपने खिलाड़ियों की आलोचना करते देखें।
अपने ट्वीट के साथ ही शशि थरूर ने बीबीसी की एक ऑनलाइन न्यूज पोस्ट की है। जिसमें बताया गया है कि चीन के खिलाड़ियों पर प्रदर्शन का जबरदस्त दबाव है। साथ ही खबर में चीन के खिलाड़ियों को हार के बाद देशद्रोही के रूप में देखा जा रहा है और उनकी आलोचना की जा रही है। जिसके बाद ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले खिलाड़ियों तक ने देश से माफी मांगी है।
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As we in India celebrate the occasional bronze medal at the #Olympics, look at the Chinese ultranationalists denouncing their athletes for winning silvers! https://t.co/KrQSGhQDAA
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) August 5, 2021 बीबीसी ने बताया है कि अति राष्ट्रवादी भीड़ के लिए ओलंपिक पदक हारना देशद्रोह के समान है और ओलंपिक पदकों की संख्या बढ़ाना खेल से कहीं ज्यादा हो गया है।टोक्यो ओलंपिक के मिश्रित युगल टेबल टेनिस में चीन को रजत पदक से संतोष करना पड़ा था, जिसके बाद महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी लियू शिवेन ने माफी मांगी थी। उन्होंने कहा था कि मैंने मुझे लगता है कि मैंने टीम को विफल कर दिया है। इसके लिए उन्होंने खेद भी जताया। इस दौरान उनकी आंखों में आंसू थे।
जापान के खिलाफ उनकी इस हार को चीन के राष्ट्रवादी पचा नहीं पा रहे हैं। चीन की माइक्रोब्लोगिंग वेबसाइट वीबो पर कई लोगों ने इस जोड़ी पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने राष्ट्र को विफल कर दिया है। वहीं कई लोगों ने इसे लेकर के रैफरी को लेकर पूर्वाग्रह से ग्रस्त होने सहित कई दावे किए हैं।