कांग्रेस महधिवेशन में सोनिया गांधी ने राजनीति से अपनी सेवानिवृत्ति की ओर इशारा करते हुए कहा कि उनकी "पारी भारत जोड़ो यात्रा के साथ समाप्त हो सकती है" जिसे पार्टी के लिए टर्निंग पॉइंट बताया।
सोनिया गांधी ने कहा कि मनमोहन सिंह के सक्षम नेतृत्व के साथ 2004 और 2009 में हमारी जीत ने मुझे व्यक्तिगत संतुष्टि दी लेकिन मुझे सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है कि मेरी पारी भारत जोड़ो यात्रा के साथ समाप्त हो सकती है, जो कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ था।
कांग्रेस का 85वां पूर्ण अधिवेशन एक दिन पहले शुरू हुआ और उम्मीद की जा रही है कि 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे, जिसमें अन्य विपक्षी दलों के साथ गठजोड़ भी शामिल है।
यह भारत जोड़ो यात्रा के मद्देनजर आयोजित किया जा रहा है, जिसका राहुल गांधी के नेतृत्व में किया। इसका उद्देश्य समर्थकों को रैली करना और मतदाताओं के साथ पार्टी के अलगाव को दूर करना था।
सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ‘भाजपा-आरएसएस’ की सरकार ने सभी संस्थाओं पर कब्जा किया, विपक्ष की आवाज दबा रहे हैं। बकौल सोनिया गांधी भाजपा नफरत की आग भड़का रही है और अल्पसंख्यकों, दलितों, आदिवासियों एवं महिलाओ को निशाना बनाया जा रहा है।
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस एक राजनीतिक पार्टी ही नहीं बल्कि हम एक वाहन है जिसके द्वारा लोग समानता, स्वतंत्रता और न्याय के लिए लड़ते हैं। हम लोगों की आवाज को आगे बढ़ाते हैं, लोगों के सपने पूरे करते हैं। हमारा रास्ता आसान नहीं है लेकिन हम जरूर जीतेंगे।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उनकी पार्टी अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पराजित करने के लिए एक ठोस विकल्प देने के मकसद से समान विचार वाले दलों के साथ तालमेल करना चाहती है। उन्होंने पार्टी के 85वें महाधिवेशन में दिए अपने भाषण में केंद्र सरकार पर देश को तोड़ने का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया और दावा किया कि सरकार में बैठे लोगों का डीएन गरीब विरोधी है।
उन्होंने मोदी सरकार पर 'नफरत का माहौल’, महंगाई, बेरोजगारी और राष्ट्रीय सुरक्षा की स्थिति को लेकर तीखा प्रहार किया। खड़गेने विपक्षी एकजुटता की पैरवी करते हुए कहा, "हम भारतीय जनता पार्टी को पराजित करने के लिए एक ठोस विकल्प देने के मकसद से समान विचार वाले दलों के साथ तालमेल करना चाहते हैं।" उन्होंने आरोप लगाया कि देश के प्रजातंत्र को तोड़ने का षड्यंत्र रचा जा रहा है और कहा कि इसके खिलाफ आंदोलन करना होगा।
खड़गेने कहा, "आज सत्ता में बैठे लोग जनता के अधिकारों पर हमला बोल रहे हैं, आज सबको ‘सेवा, संघर्ष और बलिदान, सबसे पहले हिंदुस्तान’ का संकल्प लेना होगा।" खड़गेने कहा कि आज देश सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहा है। उन्होंने दावा किया कि इस महाधिवेशन को रोकने के लिए भाजपा सरकार ईडी का छापा मरवाया।
खड़गेने दावा किया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर का यह बयान बड़ी नाकामी है कि चीन एक बड़ी अर्थव्यवस्था है और उसपर हमला नहीं कर सकते। खड़गेने कहा, "आज मैं बेहद भावुक हूं क्योंकि आप सभी उस गौरवशाली विरासत की नुमाइंदगी कर रहे हैं जिसे हमारे महान नेता ने अपने समर्पण से सींचा।" उन्होंने राहुल गांधी का आभार जताते हुए कहा, "भारत जोड़ो यात्रा की रोशनी पूरे देश में फैली है, राहुल गांधी ने असंभव को संभव कर दिखाया।