इस्लामाबाद, 18 अगस्त:पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में गए कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के पाक आर्मी चीफ से गले मिलने को लेकर काफी बहस छिड़ गई। इसी बीच शनिवार दोपहर सिद्धू ने मीडिया को सफाई दी है। उन्होंने कहा 'मैं राजनेता नहीं बल्कि एक दोस्त की हैसियत से आया हूं।' इसके साथ ही उन्होंने बाजवा के गले लगाने के मुद्दे पर कहा कि 'पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से गले लगाकर कहा कि वह शांति चाहते हैं।' उन्होंने कहा कि वह भारत के सद्भावना दूत के रूप में मोहब्बत का पैगाम लेकर पाकिस्तान आए हैं। हिन्दुस्तान जीवे, पाकिस्तान जीवे।'
इसके साथ ही सिद्धू ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए कहा कि वह भी दोनों देशों के बीच अमन की बात करते थे। उन्होंने कहा 'अगर पड़ोसी के घर में आग लगी हो तो आंच हम तक भी आएगी'। पाकिस्तान के लोकतंत्र में चुनाव के बाद आए बदलाव का स्वागत करते हुए कहा कि इमरान को दोनों देशों के बीच अमन की बहाली की पहल करनी चाहिए। वहीं जब मीडिया ने उनसे पूछा कि इमरान के लिए क्या तोहफा लाए हैं।इसपर सिद्धू ने कहा 'मैं खान साहिब के लिए कश्मीरी शाल लाया हूं।'
इसके अलावा भारत के पूर्व क्रिकेटर और नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने आशा जताई कि उनके मित्र इमरान खान का पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनना पाकिस्तान-भारत शांति प्रक्रिया के लिए बेहतर साबित होगा।
गौरतलब है कि नीले सूट और गुलाबी पगड़ी पहने सिद्धू खान के शपथ ग्रहण समारोह में अन्य विशिष्ट अतिथियों के साथ मौजूद थे। खान ने आज ऐवान-ए-सद्र (पाकिस्तान के राष्ट्रपति भवन) में पद और गोपनीयता की शपथ ली। समारोह में पहुंचने के साथ ही पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पहली पंक्ति के पास गए जहां सिद्धू अन्य अतिथियों के साथ बैठे थे। सिद्धू की साथ वाली कुर्सी पर पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर के राष्ट्रपति मसूद खान बैठे थे।
जनरल बाजवा सिद्धू से गले मिले और दोनों ने संक्षिप्त बातचीत की। दोनों मुस्कुरा रहे थे। बातचीत के दौरान दोनों फिर से गले मिले। सरकारी ‘पीटीवी’ के साथ बातचीत में सिद्धू ने अपने चिर-परीचित शायराना अंदाज में खान की तारीफ की। पंजाब की कांग्रेस सरकार में मंत्री, सिद्धू ने कहा, 'नई सरकार के साथ पाकिस्तान में नया सबेरा है जो देश की तकदीर बदल सकता है।
पाकिस्तान आधारित समूहों के 2016 में किये गए हमलों और पीओके में भारत के सर्जिकल स्ट्राइक के कारण दोनों देशों के बीच रिश्ते खराब हो आगे थे। भारत के कथित जासूस कुलभूषण जाधव को पिछले साल अप्रैल में सैन्य अदालत द्वारा मौत की सजा सुनाए जाने के बाद संबंधों में और खटास आयी थी। सिद्धू वाघा सीमा के रास्ते कल लाहौर होते हुए इस्लामाबाद पहुंचे। पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान ने पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर और कपिल देव को भी शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया था लेकिन उन्होंने निजी कारणों से इनकार कर दिया।
(भाषा इनपुट के साथ)