कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी लोकसभा से हुए सस्पेंड, 'अमर्यादित' अचारण के कारण हुई कार्यवाही

By अंजली चौहान | Published: August 10, 2023 08:09 PM2023-08-10T20:09:40+5:302023-08-10T20:25:28+5:30

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को उनके अमर्यादित आचरण के लिए गुरुवार को लोकसभा से निलंबित कर दिया गया और वह तब तक निलंबित रहेंगे जब तक विशेषाधिकार समिति इस मामले पर अपनी रिपोर्ट नहीं सौंप देती।

Congress leader Adhir Ranjan Chowdhary suspended from Lok Sabha action taken due to Habitually Disturbing Proceedings | कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी लोकसभा से हुए सस्पेंड, 'अमर्यादित' अचारण के कारण हुई कार्यवाही

फोटो क्रेडिट- ट्विटर

Highlights अधीर रंजन चौधरी को सदन से किया गया निलंबित कांग्रेस नेता पर अमर्यादित आचरण का आरोप लगा है भाजपा के प्रह्लाद जोशी ने प्रस्ताव के जरिए निलंबन पेश किया

नई दिल्ली: लोकसभा में मानसून सत्र के दौरान गुरुवार को कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को निलंबित कर दिया गया है। उन पर सदन के भीतर आदतन कार्यवाही में खलल डालने के लिए लोकसभा से निलंबित किया गया है। 

उनका निलंबन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता प्रल्हाद जोशी द्वारा पेश एक प्रस्ताव के जवाब में था, जिसे गुरुवार को संसद में स्वीकार कर लिया गया। वह तब तक निलंबित रहेंगे जब तक विशेषाधिकार समिति इस मामले पर अपनी रिपोर्ट नहीं सौंप देती।

प्रह्लाद जोशी ने अपने प्रस्ताव में अधीर रंजन चौधरी पर संसदीय कार्यवाही के दौरान लगातार व्यवधान पैदा करने और यहां तक ​​कि देश और इसकी छवि को अपमानित करने का आरोप लगाया। 

अधीर रंजन चौधरी पर आरोप लगाया गया है कि यह आदत बन गई है। बार-बार चेतावनी मिलने के बाद भी उन्होंने खुद में सुधार नहीं किया। वह अपनी बहसों में हमेशा बेबुनियाद आरोप लगाते हैं। वह देश और उसकी छवि को अपमानित करते हैं और कभी माफी नहीं मांगते।

प्रह्लाद जोशी ने इस बात पर भी जोर डाला और कहा कि जब गृह मंत्री अमित शाह बुधवार को लोकसभा में बोल रहे थे तो चौधरी ने भी ऐसा ही व्यवहार किया था। इसके बाद जोशी ने अधीर के मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजने का प्रस्ताव पेश किया और मांग की कि समिति द्वारा रिपोर्ट सौंपने तक अधीर को निलंबित किया जाए। प्रस्ताव को संसद द्वारा स्वीकार कर लिया गया।

पीएम मोदी ने अधीर रंजन चौधरी पर साधा निशान 

गुरुवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर अपनी प्रतिक्रिया के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अधीर रंजन चौधरी पर कटाक्ष किया और आश्चर्य जताया कि क्या उन्हें कोलकाता से एक फोन कॉल के कारण अविश्वास प्रस्ताव पर बहस में दरकिनार कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने कहा कि 1999, 2003 और 2018 में पिछले प्रस्तावों का नेतृत्व क्रमशः तत्कालीन विपक्षी नेताओं - शरद पवार, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने किया था। प्रधानमंत्री ने कहा, "लेकिन, इस बार क्या हुआ? अधीरबाबू को वह अवसर नहीं मिला। अमित शाह द्वारा उनके लिए मामला बनाने के बाद ही उन्हें स्पीकर के रूप में मैदान में उतारा गया।"

अधीर रंजन चौधरी ने पीएम को बताया धृतराष्ट्र 

गौरतलब है कि कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा, " जब धृतराष्ट्र अंधे थे, तब द्रौपदी का वस्त्र हरण हुआ था, आज भी राजा अंधे बैठे हैं...मणिपुर और हस्तिनापुर में कोई फर्क नहीं है।"

Web Title: Congress leader Adhir Ranjan Chowdhary suspended from Lok Sabha action taken due to Habitually Disturbing Proceedings

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