सोनिया गांधी की 'कांग्रेस थिंक टैंक' के साथ 25 अक्टूबर को बैठक, इस मुद्दे पर बनेगी रणनीति
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 23, 2019 01:12 PM2019-10-23T13:12:11+5:302019-10-23T13:12:11+5:30
इस वक्त इस वक्त सोनिया गांधी ने अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर पार्टी की कमान थाम रखी है। कांग्रेस पार्टी को एक सक्रिय और पूर्णकालिक अध्यक्ष की सख्त जरूरत है क्योंकि अगले साल दिल्ली और बिहार विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और उसके बाद उत्तरप्रदेश में चुनाव होने हैं।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी 25 अक्टूबर को अपने आवास पर 'कांग्रेस थिंक टैंक' के साथ बैठक करेंगी। इसमें राहुल गांधी, डॉ मनमोहन सिंह, अहमद पटेल, केसी वेणुगोपाल और अन्य कई दिग्गज पार्टी नेता शामिल होंगे। माना जा रहा है कि इस बैठक में कांग्रेस के पूर्ण कालिक अध्यक्ष पर फैसला हो सकता है।
इस वक्त इस वक्त सोनिया गांधी ने अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर पार्टी की कमान थाम रखी है। कांग्रेस पार्टी को एक सक्रिय और पूर्णकालिक अध्यक्ष की सख्त जरूरत है क्योंकि अगले साल दिल्ली और बिहार विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और उसके बाद उत्तरप्रदेश में चुनाव होने हैं।
पार्टी के अंदरुनी सूत्रों के मुताबिक ऐसे में पार्टी के लिए पूर्णकालिक अध्यक्ष नहीं होना मुश्किल का सबब बन सकता है। अप्रैल-मई में लोकसभा चुनावों में पार्टी की करारी शिकस्त की नैतिक जिम्मेदारी लेकर अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले राहुल गांधी की दोबारा अध्यक्ष बनने में कोई रुचि नहीं दिखती।
Congress interim President Sonia Gandhi will hold a meeting with members of 'Congress Think Tank Group' on 25 October, at her residence in Delhi. Rahul Gandhi, Dr. Manmohan Singh, Ahmed Patel, KC Venugopal & several other senior leaders of the party will be present at the meeting pic.twitter.com/LWOxImVRUF
— ANI (@ANI) October 23, 2019
कांग्रेस के एक पूर्व सांसद के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शीला दीक्षित के निधन के बाद पार्टी प्रदेश कांग्रेस प्रमुख की नियुक्ति में परेशानी महसूस कर रही है। संजय निरुपम, राधाकृष्ण विखे पाटिल, अशोक तंवर, राज बब्बर, अजोय कुमार जैसे नेताओं को भी काफी पहले पद से हटाया जाना चाहिए था। पूर्व सांसद की राय में एआईसीसी की बैठक पार्टी को नया जीवन दे सकती है। सीडब्ल्यूसी सदस्यों के चुनावों के साथ मनोनयन की परंपरा को खत्म किया जाता है तो पार्टी दोबारा उठ खड़ी होगी।