कांग्रेस संकट: राहुल से मुलाकात के बाद गहलोत को उम्मीद, सकारात्मक परिणाम आएंगे नजर

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: July 2, 2019 07:35 AM2019-07-02T07:35:48+5:302019-07-02T07:35:48+5:30

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह भी साफ किया कि मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा के दौरान राहुल को यह आश्वस्त किया गया कि चुनाव के दौरान उन्होंने कड़ी मेहनत की, उन्होंने जो मुद्दे उठाए वह सही और जमीनी मुद्दे थे, लेकिन भाजपा ने धर्म और सेना की आड़ में जिस तरह वातावरण बनाया वह पूरी तरह झूठ पर आधारित था जिसका मुकाबला कांग्रेस नहीं कर सकी.

Congress crisis: after meeting Rahul gandhi, Ashoke Gehlot hopes that positive results will come soon | कांग्रेस संकट: राहुल से मुलाकात के बाद गहलोत को उम्मीद, सकारात्मक परिणाम आएंगे नजर

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

Highlightsमुख्यमंत्रियों ने राहुल से आग्रह किया कि वे अपने पद पर बने रहेअशोक गहलोत ने अन्य मुख्यमंत्रियों की मौजूदगी में दावा किया कि राहुल ने धैर्यपूर्वक उनकी बातों को सुना है

अध्यक्ष पद छोड़ने की जिद पर अड़े राहुल गांधी के सामने आज उस समय बड़ा संकट खड़ा हो गया जब कांग्रेस शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश कर दी. उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार इन मुख्यमंत्रियों ने राहुल से आग्रह किया कि वे अपने पद पर बने रहे अन्यथा सभी मुख्यमंत्री अपना-अपना पद छोड़ देंगे.

सोमवार शाम दिल्ली में राहुल के आवास पर पहुंचे मुख्यमंत्रियों अशोक गहलोत, कमलनाथ, भूपेश बघेल, अमरिंदर सिंह और नारायण सामी ने एक स्वर से राहुल को समझाने की कोशिश की कि उनके अलावा कोई दूसरा नेता इस संकट की घड़ी में पार्टी को नहीं उबार सकता है अत: वे इस्तीफा देने की जिद छोड़कर पार्टी में आमूल-चूल परिवर्तन कर इसे नए सिरे से खड़ा करें.

सूत्र बताते हैं कि बावजूद इसके राहुल अपना पद छोड़ने की जिद पर अड़े नजर आए. धैर्यपूर्वक बातें सुनीं, सकारात्मक परिणाम जल्द दिखेगा: गहलोत बैठक के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अन्य मुख्यमंत्रियों की मौजूदगी में दावा किया कि राहुल ने धैर्यपूर्वक उनकी बातों को सुना है और इसका सकारात्मक परिणाम जल्दी ही नजर आएगा.

गहलोत ने यह भी साफ किया कि मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा के दौरान राहुल को यह आश्वस्त किया गया कि चुनाव के दौरान उन्होंने कड़ी मेहनत की, उन्होंने जो मुद्दे उठाए वह सही और जमीनी मुद्दे थे, लेकिन भाजपा ने धर्म और सेना की आड़ में जिस तरह वातावरण बनाया वह पूरी तरह झूठ पर आधारित था जिसका मुकाबला कांग्रेस नहीं कर सकी.

गहलोत ने यह भी साफ किया कि चुनाव परिणामों के बाद ही उन्होंने अपने इस्तीफे की पेशकश राहुल के सामने कर दी थी. अमरिंदर से शिकायत नहीं! भले ही सभी मुख्यमंत्रियों ने इस्तीफे की पेशकश कर दी हो, लेकिन सूत्रों का दावा था कि पंजाब को लेकर राहुल सकारात्मक रुख अपनाए हुए हैं और उन्हें कैप्टन अमरिंदर सिंह से कोई शिकायत नहीं है, क्योंकि वे अपने राज्य से 8 सांसदों को जीत दिलाने में सफल रहे हैं.

कश्मीर के नेताओं से भी मिले राहुल: इससे पूर्व राहुल ने आज कश्मीर के नेताओं से भी मुलाकात की. इस दौरान गुलाम नबी आजाद, अंबिका सोनी, गुलाम अहमद मीर के अलावा दूसरे नेता मौजूद थे. इन नेताओं से मुलाकात करते समय राहुल का पूरा ध्यान राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों पर केंद्रित था. नतीजा समूची चर्चा चुनावों की तैयारियों और उसके लिए बनाई जाने वाली रणनीति पर केंद्रित रहा.

Web Title: Congress crisis: after meeting Rahul gandhi, Ashoke Gehlot hopes that positive results will come soon

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