इनसाइड स्टोरी: पुलवामा हमले के बाद और पहले किस वक्त क्या-क्या रहे थे पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के आरोप में कितनी है सच्चाई?
By पल्लवी कुमारी | Updated: February 22, 2019 11:36 IST2019-02-22T11:36:10+5:302019-02-22T11:36:10+5:30
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में अब तक 40 जवानों शहीद हुए हैं। सीआरपीएफ की बसों पर आतंकवादियों ने निशाना बनाया और उन्हें आईईडी से उड़ा दिया। ऐसा माना जाता है कि इस पूरे हमले की योजना एक पाकिस्तानी नागरिक कामरान ने बनायी थी जो जैश ए मोहम्मद का सदस्य है। भारतीय सेना ने पुलवामा मुठभेड़ के बाद दावा किया है कि कामरान मारा गया है।

तस्वीर स्त्रोत- कांग्रेस पार्टी द्वारा सोशल मीडिया पर जारी किया गया।
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया है कि पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले के दौरान वे नौका विहार कर रहे थे और एड फिल्म शूटिंग करवा रहे थे। सूत्रों से जानकारी मिली है कि पुलवामा हमले के बाद पीएम मोदी किस वक्त क्या-क्या कर रहे थे। कांग्रेस के आरोप के बाद ट्विटर पर हैशटैग #ModiFailsNationalSecurity भी चला। इस हैशटैग के साथ लोग ये सवाल पूछ रहे थे कि पीएम मोदी पुलवामा हमले के वक्त सच में एड फिल्म की शूटिंग में व्यस्त थे।
बीजेपी ने इस बात की पुष्टि की है कि पुलवामा हमले के वक्त पीएम मोदी जिम कार्बेट नेशनल पार्क देहरादून में थे। लेकिन इस बात से इनकार कर दिया है कि वो फिल्म की शूटिंग में व्यस्त थे। अंग्रेजी अखबार 'द टेलीग्राफ' में छपी एक रिपोर्ट में नाम ना बताने की शर्त पर एक अधिकारी ने पीएम मोदी के पुलवाम हमले वाले दिन की पूरी टाइमलाइन बताई है। अधिकारी ने जानकारी दी है कि पीएम मोजी 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले के दिन किस वक्त क्या-क्या कर रहे थे?
अंग्रेजी अखबार 'द टेलीग्राफ' में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक 14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले के पहले और बाद में पीएम मोदी ने क्या-क्या किया?
- दोपहर में पीएम मोदी जिम कार्बेट नेशनल पार्क देहरादून पहुंचे थे।
- 2.30PM- पीएम मोदी ढिकाला पहुंचे, जो जिम कार्बेट नेशनल पार्क का हिस्सा है।
- 3.10 PM- पुलवामा में आतंकी हमला हुआ। आत्मघाती हमले की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा विभाग को कुछ मिनटों में ही पीएम मोदी को सूचना दी जानी चाहिए थी।
- 2.30 PM से 4.30 PM के बीच ( पीएम मोदी मे 2.30 PM से 4.30 PM के बीच क्या किया)
- मोदी जिम कार्बेट नेशनल पार्क में पहुंचे।
-उन्होंने ने गुजरात के विजिटर्स किताब में लिखा, ये मानव की जिम्मेदारी है कि वो प्रकृति का ख्लाय रखे।
-मोदी पुराने FRH( Forest Rest House) पहुंचे।
-रेस्ट हाउस के पार्क में मोदी ने लंच किया।
- मोदी जंगल सफाली को ब्रीफ के लिए गए।
- मोदी ने अपने मोबाइल फोन से काले हिरण की तस्वीर खींची थी।
- मोदी किनहौनली गेस्ट हाउस पहुंचे, जहां पार्क में फिल्म शूट होने वाला था।
- 4.30 PM- पीएम मोदी ने रुद्रपुर में रैली की। जिसमें कांग्रेस के किसानी योजनाओं पर हमला बोला।
- 4.35PM- मोबाइल में नेटवर्क नहीं होने की वजह से पीएम मोदी का स्पीच 5 मिनट में बंद कर दिया गया।
कांग्रेस ने पुलवामा हमले को लेकर पीएम मोदी पर क्या आरोप लगाया?
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि 'तीन बजकर 10 मिनट पर ही पुलवामा हमले की खबर आ गई थी। पांच बजकर 15 मिनट पर कांग्रेस ने भी प्रतिक्रिया दी थी। लेकिन देश के प्रधानमंत्री क्या कर रहे थे? पीएम मोदी का दिनचर्या बता रहा हूं। वह दिन भर पार्क का भ्रमण करने के बाद नौका विहार और शूटिंग करवा रहे थे। छह बजकर 45 मिनट तक फिल्म की शूटिंग करते हैं, नौका विहार करते हैं।' पुलवामा हमले के सात दिन बाद कांग्रेस ने प्रेसवार्ता कर पीएम मोदी पर आरोप लगाए थे।
कांग्रेस ने पीएम मोदी ने आरोपों के साथ पूछे ये पॉंच सवाल?
1- स्थानीय आतंकियों सैकड़ो किलो ग्राम आरडीए और रॉकेट लॉन्चर कैसे मिले? आप मनमोहन सरकार के यही सवाल पूछते थे अब हम पूछ रहे हैं? आप बताइए आए कहां से?
2- जांच के घेरे में आए बिना कई किलोग्राम विस्फोटक से भरी गाड़ी बिना किसी की नजरों में आए सड़क पर दौड़ती रही और किसी को भनक तक नहीं लगी। आखिर कैसे? देश के इस सवाल से मोदी सरकार बच नहीं पाएगी। पीएम मोदी रक्षा, गृह मंत्री खुफिया तंत्र पर अपनी विफलता के लिए अपनी जिम्मेदारी क्यों नही स्वीकारते?
3- आतंकवादियों को कैसे पता चला कि सीआरपीएफ के जवान उसी रास्ते से जाएंगे, उनके पास एकदम वही रूट मैप कैसे आया? खफिया एजेंसी उस वक्त क्या रही थी?
4- जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा संभावित हमले की जानकारी को नजरअंदाज करके हमारे वीर जवानों के जीवन को संकट में क्यों डाला गया? मोदी सरकार ने पुलवामा सरकार के 48 घंटे पहले आतंकवादी जैश के वीडियो को नजर अंदाज कैसे कर दिया गया?
5- सीआरपीएफ जवानों के हवाई यात्रा की मांग को क्यों नहीं पूरा किया गया? मोदी सरकार और ग्रह मंत्रालय द्वारा हवाई परिवहन की बीएसएफ की अनुमति क्यों नहीं दी गई? सेना के जवान मौसम खराब होने की वजह से क्यों वहां फंसे रहे?पुलवामा में 40 जवानों की शहादत की खबर के तीन घंटे बाद भी ‘प्राइम टाइम मिनिस्टर’ फिल्म शूटिंग करते रहे।
देश के दिल व शहीदों के घरों में दर्द का दरिया उमड़ा था और वे हँसते हुए दरिया में फोटोशूट पर थे।#PhotoShootSarkarpic.twitter.com/OMY7GezsZN
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 22, 2019
बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों का क्या दिया जवाब?
पुलवामा में 40 जवानों की शहादत की खबर के तीन घंटे बाद भी ‘प्राइम टाइम मिनिस्टर’ फिल्म शूटिंग करते रहे।
देश के दिल व शहीदों के घरों में दर्द का दरिया उमड़ा था और वे हँसते हुए दरिया में फोटोशूट पर थे।#PhotoShootSarkarpic.twitter.com/OMY7GezsZN
कांग्रेस के लगाए आरोपों को बीजेपी ने सिरे से खारिज कर दिया था। बीजेपी की ओर से जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी सिर्फ और सिर्फ सवाल पूछना जानती है। कांग्रेस की सोच और हमारी समझ में बुनयादी अंतर है। नरेन्द्र मोदी सरकार के सभी केन्द्रीय मंत्री शहीदों के अंतिम संस्कार में गए थे। लेकिन हमारी सरकार की सोच है कि देश नहीं रुकना नहीं चाहिए और लगातार विकास के काम होते रहने चाहिए।'
रविशंकर प्रसाद ने कहा, भाव भले ही अलग-अलग होंगे लेकिन कांग्रेस के प्रवक्ता और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के सूर तो एक जैसी ही लग रहे हैं। मैं कांग्रेस से अपील करना चाहता हूं कि आप कृप्या सेना का मनोबल तोड़ने का काम ना करें।
रविशंकर प्रसाद ने कहा, राहुल गांधी सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाते हैं? देश के आर्मी चीफ पर आरोप लगवाते हैं? लेकिन उनके नेता लंदन में जाकर देश के चुनाव प्रक्रिया को गलत बताने पर सवाल नहीं उठाते हैं?
रविशंकर प्रसाद ने कहा, कांग्रेस ने अपना असली चेहरा दिखा ही दिया। पुलवामा हमले के बाद वो मोदी सरकार और सुरक्षाबलों के साथ खड़े होने का दिखावा कर रहे थे। बहुत हैरानी की बात है कि आज सारी दुनिया भारत के साथ खड़ी है। जब सेना का साहस मजबूत है तब कांग्रेस सवाल उठा रही है।
सरकारी सूत्रों का दावा- पीएम मोदी को देर से मिली थी पुलवाम हमले की सूचना
सरकारी सूत्रों ने दावा किया है कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की सूचना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देर से मिली थी। सरकारी सूत्रों ने कांग्रेस के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया। सूत्र के मुताबिक खराब मौसम की वजह से पीएम मोदी को तकरीबन आधे घंटे(25 मिनट) देरी से पुलवामा हमले की सूचना मिली थी।
सूत्रों ने कहा कि हालांकि पीएम मोदी उस दोपहर रुद्रपुर में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करने वाले थे, उन्होंने पहले आतंकवादी हमले की खबर सामने आने के बाद इसे रद्द कर दिया। उन्होंने रामनगर गेस्ट हाउस में वापस जाने से पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्य पाल मलिक से अपडेट मांगा। उन्होंने तीनों के साथ अपनी टेलीफोनिक बातचीत जारी रखी।
सूत्रों के अनुसार, सूचना मिलते ही पीएम मोदी ने फौरन दिल्ली आने की इच्छा जताई लेकिन खराब मौसम की वजह से उनको रात तक देहरादून में ही रूकना पड़ा। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री पुलवामा आतंकी हमले के दिन( 14 फरवरी) सुबह 7 बजे ही देहरादून पहुंचे गए थे। लेकिन मौसम के बिगड़ते हालात के कारण चार घंटे तक वहीं अटके रहे। वह लगभग 11.15 बजे जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क पहुंचे। जहां उन्हें बाघ सफारी, एक इको-टूरिज्म जोन और एक बचाव केंद्र का उद्घाटन करने में तीन घंटे लगा दिए । इसके बाद उन्होंने कालागढ़ से ढिकाला के जंगलों में मोटरबोट की सवारी की। पुलवामा की सूचना के बाद उन्होंने कुछ खाना भी नहीं खाया था।
14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले में 40 जवान हुए थे शहीद
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में अब तक 40 जवानों शहीद हुए हैं। जिनमें से 38 जवानों को श्रद्धांजलि दी गई है और 42 जवानों के नाम सामने आए हैं। इस आतंकवादी हमले में 40 से ज्यादा जवान घायल हुए हुए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। सीआरपीएफ की बसों पर आतंकवादियों ने निशाना बनाया और उन्हें आईईडी से उड़ा दिया। ऐसा माना जाता है कि इस पूरे हमले की योजना एक पाकिस्तानी नागरिक कामरान ने बनायी थी जो जैश ए मोहम्मद का सदस्य है । कामरान, दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, अवंतीपुरा तथा त्राल इलाके में सक्रिय है।
(लोकमत न्यूज हिंदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जिम कॉर्बेट पार्क में 14 फ़रवरी के कार्यक्रम की स्वतंत्र पुष्टि नहीं की है।)