Congress Chintan Shivir: कांग्रेस नेता राहुल गांधी पार्टी के तीन दिवसीय नव संकल्प चिंतन शिविर में शामिल होने के लिए गुरुवार को ट्रेन से दिल्ली के सराय रोहिल्ला स्टेशन से उदयपुर के लिए रवाना हुए। राहुल गांधी गुरुवार शाम उदयपुर के लिए ट्रेन पकड़ने सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशन पहुंचे।
गांधी को विदा करने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता रेलवे स्टेशन पर उमड़ पड़े। रेलवे के कुलियों ने ट्रेन में राहुल गांधी से बातचीत की। कांग्रेस नेता शुक्रवार से शुरू हो रहे पार्टी के चिंतन शिविर के लिए उदयपुर जा रहे हैं। राहुल गांधी के आलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, वरिष्ठ नेता जयराम रमेश और कई अन्य नेता दिल्ली के सराय रोहिल्ला स्टेशन से ट्रेन पर सवार हुए और वे शुक्रवार को उदयपुर पहुंचेंगे।
सूत्रों का कहना है कि स्टेशन पर कई कुलियों ने राहुल गांधी से मुलाकात की और अपनी कुछ परेशानियां साझा कीं। इस तीन दिवसीय चिंतन शिविर की शुरुआत शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संबोधन के साथ होगी। इसके बाद छह अलग अलग समूहों में नेतागण चर्चा करेंगे।
निकले निष्कर्ष को ‘नवसंकल्प’ के रूप में कांग्रेस कार्य समिति 15 मई को मंजूरी देगी। राहुल गांधी 15 मई को शिविर को संबोधित करेंगे। विचार-मंथन सत्र में देश भर से लगभग 400 वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के भाग लेने की उम्मीद है।
कांग्रेस पार्टी संगठन पर चर्चा करने और आगामी 2024 के आम चुनाव में भाजपा को चुनौती देने की रणनीति तैयार करने के लिए अपनी अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में उदयपुर में 'चिंतन शिविर' आयोजित करने जा रही है। शीर्ष नेताओं ने मांग की कि राहुल गांधी 14 मार्च को हुई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालें।
बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने वायनाड सांसद से कहा कि उन्हें अध्यक्ष पद स्वीकार करना चाहिए। 2019 के लोकसभा चुनावों में हार के बाद, राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया और सोनिया गांधी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष बनीं।
उदयपुर में चिंतन शिविर के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर चर्चा और अहम फैसले लिए जाने की संभावना है। चिंतन शिविर इस साल की शुरुआत में पांच राज्य विधानसभाओं के चुनावों में पार्टी की हार की पृष्ठभूमि में आयोजित किया जा रहा है।
पिछले आठ वर्षों में हुए चुनावों में पार्टी को कई चुनावी हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस ने अपने कुछ प्रमुख चेहरों की विदाई भी देखी है। चिंतन शिविर 13 मई को सोनिया गांधी के लोगों को संबोधित करने के साथ शुरू होगा और 14 मई को राहुल गांधी के भाषण के साथ समाप्त होगा।