कोरोना महामारी से निपटने के लिए सामुदायिक भागीदारी जरूरी, लक्षण होने पर आगे आएं: AIIMS निदेशक
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 9, 2020 03:00 PM2020-05-09T15:00:50+5:302020-05-09T15:10:42+5:30
गुजरात में कोरोना वायरस से संक्रमण और मौतों के मामलों में वृद्धि के बीच एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया सहित विशेषज्ञों की एक टीम अहमदाबाद भेजी गयी है।
कोरोना वायरस से निपटने के लिए देश जद्दोजहद कर रहा है। ऐसे में AIIMS निदेशक रणदीप सिंह गुलेरिया ने आज कोरोना से लड़ने के लिए सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि सामुदायिक भागीदारी बहुत जरूरी है, अगर लोग अपने आप को सुरक्षित रखेंगे। गुलेरिया ने कहा कि कोरोना लक्षण होने पर आगे आएंगे तो मृत्यु दर भी कम होगी और इससे हम प्रसार भी रोक पाएंगे क्योंकि ट्रांसमिशन की चेन समुदाय के जरिए ही होती है।
बताते चलें कि गुजरात में कोरोना वायरस से संक्रमण और मौतों के मामलों में वृद्धि के बीच एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया सहित विशेषज्ञों की एक टीम अहमदाबाद भेजी गयी है।
Elderly people or those with comorbidities are at higher risk of getting severe infection of #COVID19. If you have elderly people at home you need to be extra cautious.Get health checkup done immediately after observing mild symptoms:Dr Randeep Guleria,AIIMS Director,in Ahmedabad https://t.co/P8VljRuGeBpic.twitter.com/xGTdLBhciI
— ANI (@ANI) May 9, 2020
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि केंद्र से मिले निर्देशों के बाद गुलेरिया और एम्स के मेडिसिन विभाग के डॉ मनीष सुनेजा शुक्रवार शाम भारतीय वायु सेना के विशेष विमान से अहमदाबाद रवाना हुए। गुजरात में कोरोना वायरस के कुल मामले 7,403 तक पहुंच गए हैं और शुक्रवार को मृतकों की संख्या 449 हो गयी।
बता दें कि गुजरात में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 390 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में वायरस के मामले बढ़कर शुक्रवार को 7,403 हो गए। प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) जयंती रवि ने बताया कि इसी दौरान 24 संक्रमित लोगों की मौत से मृतक संख्या भी बढ़कर 449 हो गई।
उन्होंने बताया कि 163 मरीजों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी भी दी गई। राज्य में अभी तक 1,872 संक्रमित लोग स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं 5,082 लोगों का अभी इलाज जारी है और अभी तक कुल 1,05,387 नमूनों की जांच की गई है।