वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य संबंधी क्रियाकलापों के लिये को-विन का विस्तार किया जा सकता है : विदेश मंत्रालय अधिकारी
By भाषा | Updated: October 20, 2021 21:00 IST2021-10-20T21:00:53+5:302021-10-20T21:00:53+5:30

वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य संबंधी क्रियाकलापों के लिये को-विन का विस्तार किया जा सकता है : विदेश मंत्रालय अधिकारी
नयी दिल्ली, 20 अक्टूबर विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 टीकाकरण अभियान से जुड़े भारत के को-विन प्रौद्योगिकी प्लेटफार्म का वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य संबंधी क्रियाकलापों के लिये विस्तार किया जा सकता है।
अधिकारी ने कहा कि भारत अपने सहयोगी देशों के साथ इस प्लेटफार्म को साझा करने की दिशा में काम कर रहा है।
‘साइबर मुद्दों पर आसियान-भारत ट्रैक 1.5 संवाद’ में हिस्सा लेते हुए विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) रीवा गांगुली दास ने कहा कि कुछ देश अपने राजनीतिक एवं सुरक्षा से जुड़े उद्देश्यों को हासिल करने के लिये साइबर क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता का उपयोग कर रहे हैं तथा सीमापार आतंकवाद के लिए भी वे इसका इस्तेमाल कर रहे हैं ।
दास ने कहा, ‘‘ इसके साथ ही, दुनियाभर में गैर सरकारी तत्व और आतंकवादी अपने दायरे को बढ़ाने, विषैले दुष्प्रचार, घृणा एवं हिंसा फैलाने, युवाओं की भर्ती तथा फंड जुटाने के लिये साइबर क्षेत्र का इस्तेमाल कर रहे हैं । ’’
उन्होंने कहा कि 5जी जैसी नयी प्रौद्योगिकी के उद्भव से इसके छिपे खतरों को लेकर काफी चिंताएं सामने आ रही हैं ।
उन्होंने कहा कि साइबर अपराध का दायरा विभिन्न देशों से जुड़ा होता है और ऐसे में इस विषय पर अंतरराष्ट्रीय सहयोग की जरूरत है ताकि सूचना आधारभूत ढांचे की सुरक्षा के लिये अनुभवों एवं श्रेष्ठ पहलों को साझा किया जा सके ।
दास ने कहा कि कोविड टीकाकरण अभियान में भारत ने को-विन प्लेटफार्म विकसित की जो विस्तृत, समावेशी और खुला प्रौद्योगिकी प्लेटफार्म है।
उन्होंने कहा, ‘‘ भारत के को-विन प्रौद्योगिकी प्लेटफार्म का वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य संबंधी क्रियाकलापों के लिये अनुकूल, विस्तार किया जा सकता है। स्वास्थ्य क्षेत्र की चुनौतियों एवं सहयोग के लिये अपने सहयोगी देशों के साथ इस प्लेटफार्म को साझा करने की दिशा में काम कर रहा है। ’’
उन्होंने कहा कि भारत साइबर सुरक्षा में द्विपक्षीय एवं अंतररष्ट्रीय सहयोग को काफी महत्व दे रहा है।
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