लखनऊ, 5 जून: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज (5 जून) जन्मदिन है। सीएम योगी आज 46 के हो गए हैं। योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पौढ़ी गढ़वाल के पंचूर गांव में हुआ था। ऐसे में सीएम योगी को पीएम मोदी समेत अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी बधाई दी हैं। योगी ने भी शुभकामनाएं देने वाले सभी लोगों का आभार भी व्यक्त किया है।
यह भी पढ़ें: बर्थडे स्पेशल: कभी एबीवीपी ने नहीं दिया था टिकट, 10 बिंदुओं में योगी आदित्यनाथ का अब तक का सफर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी। उन्होंने योगी को बधाई देते हुए कहा कि यूपी के विकास के लिए जो कदम आपने उठाए हैं वो सराहनीय है। पीएम ने कहा कि मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि आपका जीवन लंबा और स्वस्थ हो।
सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रतिभा से प्रभावित होकर, महंत अवैद्यनाथ ने अपनी राजनीतिक और विरासत उन्हें सौंपी थी। जिसे गोरखपुर के सांसद के रूप में आगे बढ़ाते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च 2017 को यूपी के 21वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की।
योगी का जन्म और शिक्षा
योगी आदित्यनाथ ने अपनी स्कूली पढ़ाई गढ़वाल जिले में ही की। साल 1992 में उन्होंने गढ़वाल यूनिवर्सिटी से गणित में बीएससी की परीक्षा पास की। 1993 में योगी एमएससी की पढ़ाई के दौरान गुरु गोरखनाथ पर रिसर्च करने गोरखपुर गए थे। यहां उनकी मुलाकत महंत अवैद्यनाथ से हुई।
महंत अवैद्यनाथ से मिलने के बाद योगी इतने प्रभावित हुए कि वह महंत अवैद्यनाथ की शरण में चले गए और दीक्षा ले ली। इसके बाद 1994 में वह सन्यासी बन गए। इसके बाद महंत अवैद्यनाथ ने उन्हें गोरक्षपीठ का उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। तब से लेकर आज का दिन है योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ के साथ जुड़े हैं।
यह भी पढ़ें: जन्मदिन विशेष: 'विवादित बोल वाले' सीएम योगी आदित्यनाथ, उनके 10 बड़े बयान, जिनपर मचा बवाल
जब सन्यासी बनें
993 में योगी आदित्यनाथ गोरखपुर चले गये और गोरक्षनाथ पीठ के पीठाधीश्वेर महंत अवैद्यनाथ के शिष्य बन गये। फ़रवरी 1994 में बसंत पंचमी के दिन योगी आदित्यनाथ दीक्षित होकर संन्यासी बने। संन्यास ग्रहण करने के बाद गोरखपंथ की परंपरा के अनुरूप उन्होंने पुराना नाम अजय सिंह बिष्ट त्याग दिया और उन्हें नया नाम "आदित्यनाथ" मिला। योगी आदित्यनाथ के संन्यासी और गोरक्षनाथ पीठ का उत्तराधिकारी बनने की खबर उनके परिवार को करीब तीन महीने बाद मिली।
राजनीति नें किया आगमन
योगी आदित्यनाथ ने न केवल धर्म में बल्कि राजनीति में भी अपने गुरु अवैद्यनाथ की विरासत को संभाला। 1998 में योगी आदित्यनाथ यूपी की गोरखपुर लोक सभा सीट से पहली सांसद चुने गये। योगी सूबे के सीएम बनने तक इस सीट से लगातार पांच बार सांसद का चुनाव जीतते रहे थे। योगी के गुरु अवैद्यनाथ 1989 से 1998 तक लगातार गोरखपुर सीट से सांसद रहे थे।अवैद्यनाथ के गुरु महंत दिग्विजय नाथ भी गोरखपुर लोक सभा सीट से 1967 के आम चुनाव में जीतकर संसद पहुंचे थे।
लोकमत न्यूज के लेटेस्ट यूट्यूब वीडियो और स्पेशल पैकेज के लिए यहाँ क्लिक कर सब्सक्राइब करें