MP New CM: CM मोहन यादव के उनसे रिश्ते नरम, जिनसे शिवराज के सत्ता में रहते थे गरम
By अनुराग.श्रीवास्तव@लोकमत.इन | Published: December 14, 2023 12:19 PM2023-12-14T12:19:03+5:302023-12-14T12:26:58+5:30
मध्य प्रदेश की राजनीति में नया अध्याय लिखा जा रहा है। राजनीति के बदले रूप में वह पुराने चेहरे भी अब सक्रिय नजर आ रहे हैं जो शिव "राज" में गुम से हो गए थे ।
शिवराज सिंह चौहान के सत्ता में रहते हुए जिन नेताओं के साथ रिश्ते गरम थे। मोहन यादव ने उन चेहरों के साथ अपने रिश्तों को नरम रखने के प्लान पर काम शुरू कर दिया है। इसकी शुरुआत सनातन की राह पर चलकर पहले फैसले के साथ कर दी है। जिसकी तारीफ उमा भारती ने आज सुबह एक्स पर कर दी।
राजनीति में कब किसका कद भारी हो जाए और कब किसका बौना। कहा नहीं जा सकता। शिवराज में 18 साल तक जिन नेताओं की पूछ परख नहीं थी जो नेता हाशिये पर थे, जिन नेताओं के साथ शिवराज के रिश्ते नरम कम और गरम ज्यादा रहे। उन चेहरों के साथ मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने नरम रिश्ते बनाने की शुरुआत कर दी है। मोहन यादव ने उनके मुख्यमंत्री के नाम के ऐलान के बाद से ही ऐसे राजनेताओं के घर पर जाकर मुलाकात की जो, मोहन यादव के राजनीतिक कैरियर की शुरुआत से लेकर सत्ता के सिंहासन तक पहुंचाने की कड़ी रहे।
उमा भारती- उमा भारती ने 2003 में अपने हिंदुत्व के चेहरे के साथ कांग्रेस के 10 साल के सत्ता को उखाड़ फेंका था। उमा भारती ही वह राजनीतिक हस्ती थी जिन्होंने मोहन यादव को नगर भाजपा महामंत्री के साथ राजनीति में प्रवेश कराया था। इसके बाद नाम बीजेपी के सीनियर नेता प्रभात झा का है और तीसरा नाम कैलाश विजयवर्गी का है।
यही वजह रही की मोहन यादव ने शपथ ग्रहण समारोह से पहले इन तीनों नेताओं के घर जाकर उनसे मुलाकात कर उनका आशीर्वाद हासिल किया। मोहन यादव ने अपनी पहली कैबिनेट पर सनातन की राह पर बड़ा फैसला लेते हुए धार्मिक स्थलों पर तेज लाउडस्पीकर पर रोक और खुले में मांस मछली की बिक्री पर सख्ती करने का आदेश जारी किया। जिसकी उमा भारती ने तारीफ कर दी।
उमा भारती ने एक्स पर मोहन यादव सरकार के दो बड़े फैसलों पर अभिनंदन करते हुए, जारी आदेशों को मानवीय संवेदनाओं की तरफ उठाया गया कदम बताया।
वहीं भाजपा के नेता प्रभात झा भी मोहन यादव की ताजपोशी पर फिर से सक्रिय नजर आ रहे हैं। प्रभात झा ने अपने अध्यक्ष कार्यकाल के दौरान मोहन यादव को सक्रिय राजनीति का हिस्सा बनाया था।
वहीं प्रशासनिक क्षमताओं के मामले में कैलाश विजयवर्गीय मोहन यादव के एक तरीके से गुरु रहे हैं और अब मोहन यादव के राजतिलक के बाद इन नेताओं की सक्रियता बढ़ती नजर आ रही है।
मोहन यादव ने उन नेताओं के साथ भी रिश्तो को बेहतर करने की कोशिश शुरू की है जिनके रिश्ते शिवराज के साथ बहुत अच्छे नहीं रहे। उसमें नाम पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का भी है। मोहन यादव ने नरोत्तम मिश्रा के घर जाकर भी मुलाकात की और चाय की टेबल पर लंबी राजनीतिक चर्चा की।