जी-20 सम्मेलन की बैठक में एक शब्द भी नहीं बोल पाईं ममता बनर्जी, लगाया यह आरोप, जानें पूरा मामला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 10, 2022 07:30 AM2022-12-10T07:30:32+5:302022-12-10T07:45:40+5:30
इस पूरे मामले में बोलते हुए एक अधिकारी ने कहा है कि बनर्जी जी20 शिखर सम्मेलन के लिए पश्चिम बंगाल की तैयारियों का विवरण देने वाले दस्तावेज लेकर आई थीं, हालांकि वह बैठक में चर्चा के दौरान ‘‘एक शब्द भी नहीं बोल सकीं’’ हैं।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को शुक्रवार को भारत की जी20 अध्यक्षता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों और उपराज्यपालों की डिजिटल बैठक में बोलने का मौका नहीं मिला। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यहां यह जानकारी दी है।
आपको बता दें कि जी20 शिखर सम्मेलन पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा है कि भारत को मिली जी-20 की अध्यक्षता पूरे देश की है और यह अपनी ताकत को प्रदर्शित करने का एक अनूठा अवसर है। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुई एक बैठक की अध्यक्षता के दौरान यह बात कही है।
जी20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों पर नहीं बोल पाई ममता बनर्जी
मामले में बोलते हुए अधिकारी ने कहा कि बनर्जी जी20 शिखर सम्मेलन के लिए पश्चिम बंगाल की तैयारियों का विवरण देने वाले दस्तावेज लेकर आई थीं, हालांकि वह बैठक में चर्चा के दौरान ‘‘एक शब्द भी नहीं बोल सकीं’’।
अधिकारी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री को बैठक में बोलने का मौका नहीं दिया गया। उनके पास पश्चिम बंगाल में होने वाले जी20 कार्यक्रमों के लिए राज्य सरकार की तैयारी को लेकर दस्तावेजों का एक सेट था।’’
पीएम मोदी ने टीम भावना की जरूरत पर जोर दिया है- पीएमओ
पीएमओ के एक बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री ने टीम भावना के महत्व पर जोर देते हुए, इस आयोजन के संदर्भ में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का सहयोग भी मांगा है। उन्होंने कहा कि जी-20 की अध्यक्षता पारंपरिक बड़े महानगरों से परे, भारत के हर हिस्से की विशिष्टता को दुनिया के सामने लाने में मदद करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘इस प्रकार यह आयोजन हमारे देश के प्रत्येक हिस्से की विशिष्टता को दुनिया के सामने लायेगा।’’
जी-20 की अध्यक्षता का उपयोग इन कारणों के लिए करना है- पीएम मोदी
भारत की जी-20 की अध्यक्षता और इससे जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों पर अंतरराष्ट्रीय मीडिया की नजरों के बारे में सभी का ध्यान आकर्षित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को इस अवसर का उपयोग व्यापार, निवेश और पर्यटन स्थलों को बढ़ावा देने के लिए करना है।
उन्होंने कहा कि साथ ही भारत को एक ‘ब्रांड’ के रूप में विकसित भी करना है। उन्होंने जी-20 के आयोजनों में पूरी सरकार और पूरे समाज के दृष्टिकोण से लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
अगले साल नई दिल्ली में जी-20 नेताओं का होगा अगला सम्मेलन
एक ट्वीट में, प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने भारत की जी-20 अध्यक्षता और संबंधित कार्यक्रमों पर चर्चा करने के लिए राज्यपालों, उपराज्यपालों और मुख्यमंत्रियों की एक बैठक की अध्यक्षता की है। पीएमओ के मुताबिक कई राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों और उपराज्यपालों ने बैठक के दौरान अपने विचार साझा किए है।
बैठक को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी संबोधित किया और भारत के जी-20 शेरपा अमिताभ कांत ने एक प्रस्तुति दी है। भारत ने आधिकारिक रूप से एक दिसंबर को जी 20 की अध्यक्षता संभाली है। नई दिल्ली में 9-10 सितंबर, 2023 के दौरान राष्ट्राध्यक्ष या शासनाध्यक्ष स्तर पर जी-20 नेताओं का अगला सम्मेलन होगा।