'फैसला थूक कर चाटने जैसा', 2 हजार के नोट के बंद होने पर भड़के सीएम बघेल, जताई क्रिप्टो करेंसी और कैशलेस इकोनॉमी की ओर ढकेलने की आशंका
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 21, 2023 08:57 AM2023-05-21T08:57:26+5:302023-05-21T08:58:33+5:30
रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 2000 रुपए के नोट वापस लेने के भारतीय रिजर्व बैंक के फैसले पर शनिवार को कहा कि केन्द्र सरकार अपने ही फैसले को सात साल बाद बदल रही है यह ‘‘थूक कर चाटने’’ जैसा है। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी 2,000 रुपए के नोट को चलन से वापस लेने की भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की घोषणा को लेकर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था और इसे लोगों को परेशान करने वाली एक और "नोटबंदी" करार दिया है।
कर्नाटक में नवगठित कांग्रेस सरकार को ‘‘मोहब्बत की सरकार’’ बताते हुए खड़गे ने आश्वासन दिया कि चुनाव से पहले लोगों से किए गए सभी पांच वादे लागू किए जाएंगे। इस दौरान खड़गे ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘मोदी ने एक और नया आदेश जारी किया है। जब भी वह जापान जाएंगे, तो वह 'नोटबंदी' अधिसूचना जारी करेंगे। जब वह पिछली बार जापान गए थे, तो उन्होंने 1,000 रुपए के नोट बंद कर दिए थे। इस बार जब वह गए हैं, तो उन्होंने 2,000 रुपए की नोटबंदी की।’’
बघेल ने क्या कहा है
सीएम बघेल ने शनिवार को कर्नाटक की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह से लौटने के बाद रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘अब 2000 रुपए के नोट बंद कर दिए हैं। इसमें गिनाएं क्या कारण है? आरबीआई से हम पूछना चाहते हैं, बंद क्यों किए हैं? वैसे तो आप ने 2019 से छापना बंद कर दिया लेकिन आज 2023 है अब अचानक इसको बंद कर दिया। इसका कारण क्या है? मतलब यह है कि आप (केन्द्र सरकार) अपने ही फैसले को सात साल बाद बदल रहे हैं 2016 में इसे लागू किया अब 2023 से बंद कर दिया, मतलब यह ‘‘थूक कर चाटने, जैसा है।’’
अब कौन से नोट चालू करेंगे या भी बता दें- बोले सीएम बघेल
इस पर सीएम बघेल ने आगे कहा है कि ''मीडिया को आरबीआई के गवर्नर से पूछना चाहिए कि क्यों बंद किए। शासकीय धन का ऐसे ही दुरुपयोग करेंगे। एक लेख के मुताबिक नोट छापने में 16-17 सौ करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। देश के आयकर दाताओं के पैसे खर्च हो रहे हैं। आप जब चाहे तब खत्म कर देंगे और जब चाहे तब चालू कर देंगे। अब कौन से नोट चालू करेंगे या भी बता दें।’’ बघेल ने सवाल किया, ‘‘क्या देश कैशलेस ट्रांजेक्शन की तरफ जा रहा है’’ उन्होंने आशंका जताया कि कहीं देश को क्रिप्टो करेंसी की ओर तो धकेला नहीं जा रहा है।
भाषा इनपुट के साथ