हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में बादल फटने से एक ही परिवार के 5 लोग मलबे में दबे, गिरि नदी का बढ़ा जल स्तर, देखें
By अनिल शर्मा | Published: August 10, 2023 11:46 AM2023-08-10T11:46:45+5:302023-08-10T11:54:33+5:30
बादल फटने से गिरि नदी का जल स्तर बढ़ गया। ANI ने एक वीडियो भी साझा किया है जिसमें नदी के उफान को देखा जा सकता है। नदी का पानी आस-पास के रिहायशी इलाकों में घुसता देखा जा सकता है, जिससे क्षेत्र में अचानक बाढ़ आ सकती है।
सिरमौरः हिमाचल प्रदेश में बारिश और बाढ़ से हालात खराब हैं। वहीं गुरुवार को कई जिलों में बादल फटने की घटना सामने आई है। बदले फटने से यहां के सिरमौर में लापता हुए परिवार के पांच सदस्य मलबे में दबे हुए पाए गए। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) ने एक बुलेटिन में इसकी जानकारी दी।
डीईओसी सिरमौर ने बताया कि ग्राम मलागी ददियात, औली, तहसील पांवटा साहिब, जिला सिरमौर में बादल फटने की घटना हुई है। इस घटना के कारण कुलदीप कुमार के परिवार के 5 सदस्य लापता हैं। वहीं समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, बादल फटने से गिरि नदी का जल स्तर बढ़ गया। समाचार एजेंसी ने एक वीडियो भी साझा किया है जिसमें नदी के उफान को देखा जा सकता है। नदी का पानी आस-पास के रिहायशी इलाकों में घुसता देखा जा सकता है, जिससे क्षेत्र में अचानक बाढ़ आ सकती है।
#WATCH | Himachal Pradesh | Water flow of Giri River increases after a cloudburst in Sirmour (09/08) pic.twitter.com/1SjCG4J13B
— ANI (@ANI) August 9, 2023
गौरतलब है कि 24 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से पहाड़ी राज्य में बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की कुल संख्या 223 तक पहुंच गई है। जबकि 295 घायल हुए हैं। राज्य के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि राज्य को 6,650 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। 800 से ज्यादा घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि अन्य 7,500 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कई स्थानीय निकाय, स्कूल और सामुदायिक केंद्र भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू राज्य में चल रहे बहाली कार्य की निगरानी कर रहे हैं। उधर, मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ से सभी क्षेत्रों में भारी क्षति हुई है और यह पिछले 50 वर्षों में राज्य में देखी गई सबसे बड़ी तबाही है। सुक्खू ने कहा कि ऑडिट आपत्तियों के कारण पिछले कुछ वर्षों से राष्ट्रीय आपदा राहत कोष के तहत लंबित ₹315 करोड़ में से ₹189 करोड़ केंद्र सरकार द्वारा जारी कर दिए गए हैं।
इस बीच, बुधवार को लाहौल और स्पीति जिलों में 3.4 तीव्रता का भूकंप भी आया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के मुताबिक, भूकंप 5 किमी की गहराई पर आया। हालांकि इससे किसी भी तरह की जानमाल की हानि नहीं हुई।