कोलकाता, 28 मार्चः रामनवमी के जुलूस को लेकर उपजी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। बुधवार देर शाम पश्चिम बंगाल के आसनसोल में दूसरे दिन भी कई जगह आगजनी की घटना सामने आई है और दो समुदायों के बीच झड़प होने की भी सू्चना है। हालांकि स्थिति पर प्रशासन ने काबू पा लिया है अब स्थिति सामान्य बताई जा रही है। वहीं, प्रशासन ने मीडिया के जरिए लोगों से अपील की है कि किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। स्थिति नियंत्रण में है और कोई भी मृत्यु नहीं हुई है।
रायचौधरी ने बताया कि इलाके में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है और आरएएफ को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि तीन शीर्ष पुलिस अधिकारियों को कोलकाता से यहां भेजा गया है।
सोमवार को बर्द्धमान वेस्ट जिले के रानीगंज में रामनवमी के एक जुलूस को लेकर दो गुटों में हिंसा हो गई थी जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो पुलिस अधिकारी घायल हो गए थे। एक प्रदर्शनकारी ने आसनसोल-दुर्गापुर के पुलिस उपायुक्त अरिदंम दत्ता चौधरी पर बम फेंक दिया, जिससे अधिकारी को अपना एक हाथ गंवाना पड़ा। उनका दुर्गापुर के अस्पताल में इलाज चल रहा है।
इधर, पश्चिम बंगाल सरकार ने सूबे के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी को रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई हिंसा में जख्मी हुए डीसीपी से मिलने के लिए दुर्गापुर नहीं जाने का सुझाव दिया है। सरकार ने इसके लिए उन्हें पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध कराने में अपनी असमर्थता जाहिर की है। राज भवन से जारी एक बयान में कहा गया है कि राज्यपाल की दुर्गापुर के अस्पताल के दौरे की योजना थी। इस अस्पताल में आसनसोल- दुर्गापुर के पुलिस उपायुक्त अरिंदम दत्त चौधरी का उपचार चल रहा है।(इनपुट-भाषा)