नागरिक संशोधन विधेयक राज्य सभा में बुधवार को होगा पेश, जानिए क्या कहता है सदन का गणित
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 10, 2019 19:29 IST2019-12-10T19:29:03+5:302019-12-10T19:29:03+5:30
लोकसभा में नागरिक संशोधन विधेयक के पक्ष में 311 मत और विरोध में 80 मत पड़े। हालांकि, राज्य सभा में सरकार को इस विधेयक को पास कराने को लेकर विशेष तौर पर सतर्क है।

नागरिक संशोधन विधेयक राज्य सभा में बुधवार को होगा पेश (फोटो- एएनआई)
लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पारित होने के बाद केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार बुधवार को इसे राज्य सभा में पेश करेगी। राज्य सभा में इसे दोपहर दो बजे पेश किये जाने की संभावना है। सरकार को उम्मीद है कि वह इस विवादित विधेयक को राज्य सभा में भी आसानी से पास करा लेगी। इस विधेयक में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत आए हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने का पात्र बनाने का प्रावधान है।
लोकसभा में विधेयक के पक्ष में 311 मत और विरोध में 80 मत पड़े। विपक्ष के कुछ संशोधनों पर मत विभाजन भी हुआ और उन्हें सदन ने अस्वीकृत कर दिया। हालांकि, राज्य सभा में सरकार को इस विधेयक को पास कराने को लेकर विशेष तौर पर सतर्क रहने की जरूरत है। रिपोर्ट्स के अनुसार विधेयक पास कराने में सहयोग को लेकर बीजेपी अन्नाद्रमुक पार्टी से बात कर रही है जिसके 11 सांसद हैं। दूसरी ओर कांग्रेस ने भी अपने विधायकों को सदन में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया है।
जानिए क्या कहता है राज्य सभा का गणित
सदन की कुल क्षमता 245
खाली सीट- 05
अभी कुल संख्या 240
बहुमत का आंकड़ा 121
राज्य सभा में 12 नामित सदस्यों में से 8 बीजेपी में शामिल हो गए हैं। इसके अलावा शेष 4 नामित सदस्यों में से तीन बिल के समर्थन में हैं। इसके अलावा पार्टियों की बात करें तो एनडीए के राज्य सभा में 106 सदस्य हैं। इसमें बीजेपी के 83, जेडीयू के 6 सांसद और SAD के 3, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के 1 सदस्य और अन्य 13 हैं।
वहीं, यूपीए में 62 सदस्य हैं। इसमें कांग्रेस के 46, राष्ट्रीय जनता दल के 4, एनसीपी के 4, डीएमके के 5 और अन्य में 3 शामिल हैं। बिल के खिलाफ गैर गठबंधन दल में 44 सदस्य हैं। इसमें तृणमूल कांग्रेस के 13, समाजवादी पार्टी के 9, माकपा के 5, बसपा के 4, आप के 3 और पीडीपी के 2 सदस्य है। इसके अलावा भाकपा के 1, जेडीएस के भी एक सदस्य राज्य सभा में हैं।
वहीं, बिल के समर्थन में गैर गठबंधन दल 25 की संख्या में हैं। इसमें अन्नाद्रमुक के 11, बीजद के 7 और वाईएसआर कांग्रेस के 2 सदस्य हैं। इसके अलावा टीडीपी के 2 और अन्य में 3 सदस्य हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार बीजेपी अन्नाद्रमुक से बात कर रही है जिसके 11 सांसद हैं। ऐसे में भाजपा को उम्मीद है कि इन दलों के समर्थन से वह 120 सदस्यों के बहुमत के आंकड़े को प्राप्त कर लेगी।