चित्रकूटः दिवाली पर मंदाकिनी नदी में 20 लाख लोगों ने लगाई डुबकी, राम ने वनवास का अधिकांश समय यहीं व्यतीत किया था
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 25, 2022 07:20 AM2022-10-25T07:20:43+5:302022-10-25T07:26:34+5:30
सतना के जिलाधिकारी अनुराग वर्मा ने बताया, दिवाली (सोमवार को) पर करीब 20 लाख श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी में डुबकी लगाई और अगले तीन दिनों में और लोगों के नदी में डुबकी लगाने की संभावना है।
सतनादीपावली के अवसर पर करीब 20 लाख श्रद्धालुओं ने सोमवार को चित्रकूट में मंदाकिनी नदी में डुबकी लगाई। यह नदी मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में प्रवाहित होती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, चित्रकूट में भगवान राम ने अपने 14 वर्षों के वनवास का अधिकांश समय व्यतीत किया था। भगवान राम के 14 साल का वनवास काटने के बाद अयोध्या लौटने की खुशी में दीपावली का त्यौहार मनाया जाता है।
सतना के जिलाधिकारी अनुराग वर्मा ने पीटीआई-भाषा को फोन पर बताया, “दिवाली (सोमवार को) पर करीब 20 लाख श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी में डुबकी लगाई और अगले तीन दिनों में और लोगों के नदी में डुबकी लगाने की संभावना है।“ एक अन्य अधिकारी ने बताया कि श्रद्धालु चित्रकूट के 10 किलोमीटर क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं। वर्मा ने कहा कि चित्रकूट में प्रतिवर्ष पांच दिवसीय मेला आयोजित किया जाता है जो धनतेरस के दिन शुरू होता है। इस बार यह मेला रविवार को शुरू हुआ।
धर्म नगरी में चित्रकूट में आयोजित पांच दिवसीय दीपावली मेले पर बीती देर रात से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मंदाकिनी नदी के रामघाट तट पर पहुंचना शुरू हो गई थी। सोमवार को माता सती अनुसुइया के तपोबल से निकली पतित पावनी मां मंदाकिनी में आस्था की डुबकी लगाने के बाद लाखों श्रद्धालुओं ने दीपदान किया। इसके बाद मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए भगवान श्री कामता नाथ के दर्शन-पूजन करने के बाद कामदगिरि पर्वत के पंचकोसीय परिक्रमा लगाई।
हजारों श्रद्धालुओं ने मनोकामनाएं पूर्ण होने पर भगवान कामतानाथ की डंडवती परिक्रमा भी लगाई। समूची धर्म नगरी भगवान श्रीकामतानाथ एवं भगवान श्रीराम के जयकारों से गुंजायमान हो रही हैं। दीपदान से मंदाकिनी नदी रंग-बिरंगे दीयों की रोशनी से जगमग हो रही है। यूपी-एमपी शासन-प्रशासन द्वारा मंदाकिनी के रामघाट तट के दोनों ओर विशेष सजावट की गई है। बीती रात से ही आकर्षक रंगीन विद्युत झालरों से पूरा रामघाट टिमटिमा रहा है। धर्म नगरी में उमड़े श्रद्धालुओं द्वारा मंदाकिनी में स्नान के बाद गरीबों का अन्न और द्रव्यदान भी किया जा रहा है। इस बार दीपावली मेले में श्रद्धालुओं के अंदर स्वदेशी प्रेम कूट-कूट कर देखने को मिल रहा है। आज सुबह दीपदान के समय मंदाकिनी के रामघाट तट और बीती रात कामदगिरि पर्वत का नजारा देखते ही बन रहा है। ऐसा लग रहा है, जैसे असंख्य तारे मंदाकिनी और कामदगिरि पर्वत की गोद में उतर आये हों।
भाषा इनपुट के साथ