लाइव न्यूज़ :

भारत ने दिया ड्रैगन को झटका, 5G पर चीन की नो इंट्री, चीनी टेलीकॉम कंपनी हुवेई ट्रायल्स से बाहर

By हरीश गुप्ता | Updated: June 19, 2020 07:18 IST

भारत ने पहले अमेरिकी विरोध के बावजूद चीनी टेलीकॉम कंपनी हुवेई को 5जी ट्रायल्स में मौका दिया था. अब भारत ने हुवेई को ट्रायल्स से बाहर कर दिया है.

Open in App
ठळक मुद्देहुवेई का 5 जी नेटवर्क अमेरिका, जापान, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में प्रतिबंधित है. सरकार के ताजा फैसले से पहले भारत 5 जी ट्रायल्स बस शुरु ही करने वाला था.

भारत ने चीन को एक और करारा झटका देते हुए बड़ी चीनी टेलीकॉम कंपनी हुवेई को 5 जी प्रौद्योगिकी के ट्रायल्स से बाहर कर दिया है. बुधवार को ही टेलीकॉम विभाग ने चीनी कंपनियों से होने वाली 4 जी टेलीकॉम उपकरणों की आपूर्ति पर रोक लगाई थी. उल्लेखनीय है कि दिसंबर 2019 में अमेरिका के कड़े विरोध की अनदेखी करते हुए हुवेई को अंतिम क्षणों में 5 जी ट्रायल्स की अनुमति दी गई थी.

दिसंबर में ही अमेरिकी अधिकारियों के एक उच्चस्तरीय दल ने भारत आकर मोदी सरकार को रोकने का प्रयास किया. लेकिन भारत सरकार ने चेतावनी की अनदेखी करते हुए हुवेई को 5 जी ट्रायल्स का हिस्सा बनने की मंजूरी दे दी थी. भारत के अनेक सुरक्षा सलाहकारों और अन्य लोगों ने भी हुवेई के 5 जी प्रौद्योगिकी के ट्रायल्स का मुखर विरोध किया था.

बदल गया परिदृश्य

अब गलवान घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर लद्दाख क्षेत्र में चीन के साथ विवाद और सैनिक झड़प ने एक झटके में परिदृश्य को बदल डाला है. टेलीकॉम विभाग की एक उच्चस्तरीय बैठक में दिसंबर 2019 में शुरु हुई 5 जी प्रौद्योगिकी की समूची प्रक्रिया को ही टाल दिया गया है.

कई देशों में प्रतिबंधित

हुवेई के 5 जी नेटवर्क को अमेरिका, जापान, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में प्रतिबंधित कर दिया गया है, जबकि यूनाइटेड किंग्डम जैसे देशों में उसकी सीमित भागीदारी है. भारत सहित 63 देश चीन की कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोक पाने में नाकामी से नाराज हैं. ऐसे में विश्वस्तर पर 5 जी निवेश में चीन के और अधिक अलग-थलग पड़ जाएगा.

ट्रायल्स शुरु होने को थे

सरकार के ताजा फैसले से पहले भारत 5 जी ट्रायल्स बस शुरु ही करने वाला था. इसका उद्देश्य हाई स्पीड इंटरनेट नेटवर्क का लाभ 60 करोड़ वेब यूजर्स तक पहुंचाना था. अब यह स्पष्ट है कि भारत में 5 जी ट्रायल्स इस साल के अंत या 2021 तक के लिए टल गए हैं.

योजना होगी प्रभावित

इस कदम से भारत की 5 जी स्पेक्ट्रम नीलामी से संसाधन जुटाने की योजना भी प्रभावित होगी. ताजा अनिश्चितता के दौर में नीलामी के लिए बहुत कम दावेदार सामने आएंगे, जो भारत के लिए घाटे का ही सौदा रहेगा.

टॅग्स :5जी नेटवर्कचीनइंडियाहुआवे
Open in App

संबंधित खबरें

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

भारतPutin Visit India: राष्ट्रपति पुतिन के भारत दौरे का दूसरा दिन, राजघाट पर देंगे श्रद्धांजलि; जानें क्या है शेड्यूल

भारतपीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को भेंट की भगवत गीता, रशियन भाषा में किया गया है अनुवाद

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई