नई दिल्ली, 14 अगस्त: आए दिन मार्केट में नकली नोटों की खबर आती है। ऐसा माना जाता है कि यह नकली नोट चीन में छपते हैं। और यह किसी और का नहीं बल्कि चीनी मीडिया का दावा है। दरअसल, साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की मानें तो उन्होंने दावा किया है कि चीन में भारतीय करेंसी छापी जा रही है। इस रिपोर्ट के बाद से ही राजनीति कॉरिडोर में मानों भूचाल सा आ गया है। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इस मामले को बेहद गंभीर बताया है। इसके साथ ही उन्होंने सरकार से इसका स्पष्टीकरण भी मांगा है। हालांकि अभी इस बात की पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है। वहीं भारतीय सरकार की ओर से भी इसपर कोई बयान नहीं आया है।
बता दें कि साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट एक रिपोर्ट में छपा है कि चीन में भारत, नेपाल, बांग्लादेश, मलेशिया, थाइलैंड सहित अन्य कई देशों की करेंसी चीन के प्रिंटिंग प्रेसों में छापी जा रही हैं। इस रिपोर्ट में भारत का जिक्र होने के बाद भारतीय हडकंप मचना जाहिर है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इसे भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है।
वहीं इसपर आप के नेता राघव चड्ढा ने भी केंद्र सरकार पर कई सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा 'चीन को नोट छापने का काम देने की खबर को सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया? दूसरे देश को नोट छापने की टेक्नोलॉजी देने से क्या फर्जी नोट छापने का धंधा नहीं शुरू हो जाएगा और क्या ये नकली नोट के धंधे को प्रोत्साहित नहीं करेगा? क्या आप देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं कर रहे हैं?”
लियू गुशेंग ने अपने इंटरव्यू के दौरान कहा था कि 2013 से चीन में विदेशी नोटों के छपने का काम शुरू हुआ है। उन्होंने अपने इंटरव्यू में यह भी बताया था कि भारत, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, मलेशिया, थाइलैंड, ब्राजील, पोलैंड सहित अन्य कई देशों के नोट चीन में छपते हैं।