शिमला, 13 अगस्त हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति में शुक्रवार सुबह को भूस्खलन होने से चंद्रभागा नदी का प्रवाह अवरूद्ध हो गया जिससे आसपास के दो गांवों के कुछ घरों एवं खेतों में पानी भर गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
राज्य आपदा प्रबंधन के निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने बताया कि निचले क्षेत्र में कुछ गांवों के बाशिंदों को एहतियात के तौर पर सुरक्षित जगह पहुंचा दिया गया है।
उन्होंने कहा कि चंद्रभागा नदी अवरूद्ध होने के बाद बाढ के पानी से तारंग और जसरात गांवों में सुखचांद, देवीचांद, रमेश लाल और प्रेमलाल के चार मकान प्रभावित हुए हैं।
उदयपुर के निवासी वीर बहादुर सिंह ने बताया कि उदयपुर संभाग के नालदा और जसरात के बीच जहलमान गांव के समीप चंद्रभागा नदी अवरूद्ध हो गयी है।
मोख्ता ने बताया कि कुल्लू में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के दल को तैयार रहने को कहा गया है। हालांकि बाद में उन्होंने बताया कि कुछ समय बाद चंद्रभागा नदी मलबे के उपर से बहने लगी।
मोख्ता के अनुसार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विधानसभा में बताया कि उन्होंने भूस्खलन से चंद्रभागा नदी के अवरूद्ध होने के बाद इस बारे में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बातचीत की एवं उन्होंने उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
ठाकुर ने एक बयान कहा कि जनजातीय विकास मंत्री रामलाल मरकंडा के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय दल ने नाला गांव में चंद्रभागा नदी के अवरूद्ध होने की समीक्षा। इस दल में मुख्य सचिव राम सुभग सिंह, महानिदेशक संजय कुंडू भी थे।
मुख्यमंत्री के अनुसार इस घटना की सूचना मिलने के तत्काल बाद यह दल स्थिति का जायजा लेने के लिए भेजा गया, वैसे नदी के प्रवाह में धीरे-धीरे सुधार आ रहा है।
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