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छत्तीसगढ़ः भिलाई इस्पात संयंत्र में हुआ बड़ा हदसा, नौ कर्मचारियों की मौत और 14 घायल

By भाषा | Updated: October 10, 2018 05:18 IST

पुलिस अधिकारी ने बताया कि हुए इस हादसे के बाद घटनास्थल पर पुलिस और बचाव दल के लोग पहुंच गए तथा घायलों को अस्पताल भेजा गया। उन्होंने बताया कि 14 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिसमें से पांच की हालत गंभीर है।

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छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्थित स्टील अथॉरिटी ऑफ इण्डिया लिमिटेड (सेल) के भिलाई इस्पात संयंत्र में हुए हादसे में नौ कर्मचारियों की मृत्यु हो गई तथा 14 अन्य घायल हो गए हैं। मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। दुर्ग जिले के पुलिस अधीक्षक संजीव शुक्ला ने आज भाषा को दूरभाष पर बताया कि जिले के भिलाई शहर में स्थित भिलाई इस्पात संयंत्र में हुए हादसे में नौ कर्मचारियों की मृत्यु हो गई है तथा 14 अन्य घायल हुए हैं। घायलों में से कुछ की हालत गंभीर है।

शुक्ला ने बताया कि संयंत्र के कोक ओवन के पास 25 से अधिक कर्मचारी काम कर रहे थे। यह नियमित मरम्मत का काम था। इस दौरान सुबह लगभग 11 बजे अचानक पाइप लाइन में आग लग गई जिससे कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए। इस घटना में अभी तक नौ लोगों की मृत्यु की सूचना है।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि हुए इस हादसे के बाद घटनास्थल पर पुलिस और बचाव दल के लोग पहुंच गए तथा घायलों को अस्पताल भेजा गया। उन्होंने बताया कि 14 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिसमें से पांच की हालत गंभीर है।

इधर, स्टील अथॉरिटी ऑफ इण्डिया लिमिटेड (सेल) ने बयान जारी कर बताया है कि भिलाई इस्पात संयंत्र में आज सुबह करीब 10:30 बजे नियमित मरम्मत कार्य के दौरान कोक ओवन बैटरी कॉम्प्लेक्स नंबर 11 के गैस पाइपलाइन में आग लग गई।

इस घटना में नौ लोगों की मृत्यु हुई है तथा 14 लोगों का अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। घायलों के इलाज के लिए राहत और देखभाल से जुड़े संसाधन मुहैया कराये जा रहे हैं। सेल ने कहा है कि पूरा सेल परिवार इस घटना में प्रभावित परिवार के सदस्यों के साथ खड़ा है।

हादसे के दौरान संयंत्र में मौजूद सेंटर आफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) के भिलाई इस्पात संयंत्र इकाई के अध्यक्ष एसपी डे बताया कि कोक ओवन बैटरी कॉम्प्लेक्स नंबर 11 की गैस पाइपलाइन में पिछले दो दिनों से असमान्य दबाव था जिसे सुधारना था। सुधार कार्य के दौरान फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई थी। जब कर्मचारी पाइपलाइन में काम रहे थे तो वहां विस्फोट हो गया।

डे ने बताया कि जब संयंत्र में हादसा हुआ तो दो विभागों ऊर्जा प्रबंधन विभाग और फायर ब्रिगेड के लगभग 25 कर्मचारी वहां मौजूद थे। इस दौरान कर्मचारी करीब 40 फुट की ऊंचाई में काम कर रहे थे। उन्होंने बताया कि जब वहां विस्फोट हुआ तब वहां आग लग गई और इससे नौ कर्मचारियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

डे ने कहा कि अभी तब इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई है कि गैस में कैसे आग लगी या वहां विस्फोट कैसे हुआ। डे इस दौरान संयंत्र में ही उपस्थित थे और घटना के लगभग 20 मिनट बाद वहां पहुंच गए थे।

उन्होंने कहा कि पिछले कुछ साल में यह संयंत्र में बड़ी दुर्घटना है। इससे पहले जून वर्ष 2014 में जहरीली गैस के रिसाव होने से दो अधिकारियों समेत छह लोगों की मौत हो गई थी।

कर्मचारी नेता ने कहा कि सेल की इकाइयों में भिलाई इस्पात संयंत्र ही एक ऐसा संयंत्र है जहां जुलाई वर्ष 2017 से सुरक्षा समिति का गठन नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं की रोकथाम के लिए सुरक्षा समिति का होना बहुत जरूरी है। इसलिए प्रबंधन से आग्रह है कि वह जल्द ही सुरक्षा समिति का गठन करे।

दुर्ग क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक जीपी सिंह ने बताया कि इस घटना में घायल कर्मचारियों में अधिकतर की हालत गंभीर है। घायलों का सेक्टर नौ स्थित जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में इलाज जारी है।

सिंह ने कहा कि मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद इस संबंध में मामला दर्ज किया जाएगा तथा घटना की जांच की जाएगी। संयंत्र में हादसे के बाद राज्य के राजस्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल और अन्य नेता अस्पताल पहुंच गए थे।

वहीं, केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री विष्णुदेव साय ने देर शाम अस्पताल का दौरा किया। साय ने संवाददाताओं को बताया कि घटना की जांच के लिए चार सदस्यीय एक उच्चस्तरीय जांच समिति बनाई गई है। साय ने कहा कि जल्द ही घटना की जांच की जाएगी तथा मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाएगा।

छत्तीसगढ़ की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने संयंत्र में हुए हादसे में कर्मचारियों के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।

राज्यपाल ने दुर्घटना में घायल कर्मचारियों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है कि भिलाई इस्पात संयंत्र में हुई दुर्घटना से उन्हें दुःख पहुंचा है। इस हादसे में प्राण गंवाने वाले भाई-बन्धुओं को भावभीनी श्रद्धांजलि। सिंह ने ईश्वर से मृतकों के परिजनों को धैर्य प्रदान करने और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।

वहीं, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने मृतकों के परिजनों को एक करोड़ रुपए मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की है।

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