छत्तीसगढ़: खनन मामले में प्रवर्तन निदेशालय का एक्शन; एक दर्जन के ज्यादा स्थानों पर तलाशी, कांग्रेस नेताओं के घर भी शामिल
By अंजली चौहान | Published: February 20, 2023 10:10 AM2023-02-20T10:10:41+5:302023-02-20T10:50:18+5:30
जिन कांग्रेस नेताओं के घर छापेमारी की जा रही है, उनमें से कई विधायक और पदाधिकारी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी हैं।
रायपुर: छत्तीसगढ़ में खनन मामले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई जारी है। 20 फरवरी की सुबह सोमवार, यानी आज ईडी द्वारा राज्य में करीब एक दर्जन से ज्यादा इलाकों में छापेमारी की जा रही है। ईडी की छापेमारी में कांग्रेस के कई नेताओं के आवासीय और कार्यालय परिसर भी शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक, करीब एक दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर तबाड़तोड़ छापेमारी जारी है।
बताया जा रहा है कि जिन कांग्रेस नेताओं के घर छापेमारी की जा रही है, उनमें से कई विधायक और पदाधिकारी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी हैं। रायपुर में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव के आवास पर भी ईडी छापेमारी कर रही है। जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री बघेल ने सुबह 11 बजे अपने आवास पर छात्र प्रेस मीट बुलाई है।
जानकारी के अनुसार, छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल के परिसरों की तलाशी ली जा रही है। भिलाई विधायक देवेंद्र यादव, गिरीश देवांगन, आरपी सिंह, विनोद तिवारी, सनी अग्रवाल के ठिकानों पर भी ईडी कर रही छापेमारी है।
Chhattisgarh | Enforcement Directorate conducts searches at more than a dozen locations in the state in a mining case. The places being searched include residential & office premises of various Congress leaders
— ANI (@ANI) February 20, 2023
Visuals from the residence of Congress MLA Devendra Yadav in Raipur pic.twitter.com/mgOTiLFQJL
गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की जा रही ये कार्रवाई राज्य में हुए कोयला घोटाले के अंतर्गत है। इस घोटाले में कथित रूप से कांग्रेस के कई नेताओं के तार जुड़े हैं, जिसके कारण ये सभी जांच एजेंसी के निशाने पर हैं।
कोयला घोटाले में हाल ही में दायर किए एक मामले में ईडी ने दावा किया है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार में कई नेताओं और अधिकारियों ने एक साजिश के तहत अवैध रूप से 25 पैसे का कोयला लेवी(उगाही) लगाया और 540 करोड़ रुपयों का घोटाला किया था। ईडी ने दावा किया है कि घोटाले से जुटाई गई रकम को पार्टी में और अन्य कार्यकर्ताओं को देने में खर्च की गई थी।
क्या है छत्तीसगढ़ कोयला घोटला
प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार, राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों, व्यापारियों, राजनेताओं और बिचौलियों से जुड़े एक कार्टेल द्वारा राज्य में परिवहन किए गए प्रत्येक टन कोयले के लिए 25 रुपये प्रति टन की अवैध उगाही की जा रही थी।
ईडी के अनुसार, उन्होंने 2021 में औसतन 500 करोड़ रुपये एकत्र किए थे। बता दें कि इस मामले में ईडी ने अक्टूबर 2022 में छत्तीसगढ़ के शीर्ष नौकरशाहों, राजनेताओं और व्यापारियों से जुड़े 40 ठिकानों पर छापेमारी कर 4 करोड़ रुपये नकद करोड़ों रुपये का कीमती सामान और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए थे।