लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए किसानों के परिजनों को सौंपा गया 45-45 लाख रुपये का चेक
By भाषा | Updated: October 6, 2021 20:18 IST2021-10-06T20:18:05+5:302021-10-06T20:18:05+5:30

लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए किसानों के परिजनों को सौंपा गया 45-45 लाख रुपये का चेक
बहराइच (उत्तर प्रदेश), छह अक्टूबर लखीमपुर हिंसा में मरे बहराइच के दो किसानों के उत्तराधिकारियों को सरकार द्वारा घोषित 45-45 लाख रुपये का चेक जिलाधिकारी दिनेश चन्द्र सिंह ने बुधवार की शाम को सौंपा। यह धन राशि मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से दी गई है।
जिलाधिकारी सिंह ने बताया, ‘‘दिवंगत गुरविंदर सिंह के पिता मोहरनिया गांव निवासी सुखविन्दर सिंह को उनके गांव पहुंचकर चेक सौंपा गया।’’ उन्होंने बताया, ‘‘दूसरे मृतक दलजीत सिंह की उत्तराधिकारी उनकी पत्नी परमजीत कौर को चेक देने के लिए ग्राम बंजारन टांडा पहुंचने पर ज्ञात हुआ वह पति के अस्थि विसर्जन हेतु बाहर गयी हैं।’’
कौर की अनुपस्थिति में मृतक परिजनों व ग्रामवासियों की मौजूदगी में उप जिलाधिकारी नानपारा को इस निर्देश के साथ चेक सौंपा गया कि वह कौर की वापसी प उन्हें तुरंत इसे सौंप दें।
इससे पहले लखीमपुर खीरी में हिंसा में मरने वाले बहराइच के किसान गुरविंदर सिंह का आज सुबह अंतिम संस्कार कर दिया गया। इससे पहले परिजन की मांग पर शव का दूसरी बार पोस्टमार्टम किया गया।
पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह ने बताया, ‘‘लखीमपुर खीरी हिंसा में मरने वाले किसान गुरविंदर सिंह के शव का उनके परिजनों की मांग पर मंगलवार-बुधवार की रात दोबारा पोस्टमार्टम कराया गया है। पोस्टमार्टम की निगरानी के लिए चिकित्सकों का एक विशेषज्ञ पैनल लखनऊ से आया था। इस पैनल के निर्देशन में ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट जारी की जाएगी।’’
गौरतलब है कि रविवार को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में बहराइच के दो किसानों के सहित कुल आठ लोगों की मौत हुई थी। मरने वालों में चार किसान और एक पत्रकार हैं।
उसमें से गुरविंदर सिंह "ज्ञानी जी" (22) के परिजनों और किसान संगठनों ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि उनकी मौत कनपटी पर गोली लगने से हुई है लेकिन लखीमपुर से आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली लगने का जिक्र नहीं है।
परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था और दोबारा पोस्टमॉर्टम कराने की मांग की थी।
मंगलवार शाम किसान नेता राकेश टिकैत भी अपने लाव लश्कर सहित बहराइच के मोहरनिया गांव पहुंचे थे। सरकार ने दोबारा पोस्टमार्टम की अनुमति देते हुए लखनऊ से पांच विशेषज्ञ चिकित्सकों का पैनल हेलीकॉप्टर से बहराइच भेजकर पोस्टमार्टम कराया। बुधवार तड़के करीब चार बजे पोस्टमार्टम सम्पन्न होने के बाद सुबह ही गांव में अंतिम संस्कार करा दिया गया।
हालांकि दोबारा हुए पोस्टमार्टम में किसान को गोली लगने की पुष्टि हुई या नहीं, अभी यह बात सामने नहीं आई है।
जिलाधिकारी दिनेश चन्द्र सिंह ने कहा कि गुरविंदर सिंह के परिवार ने पोस्टमार्टम पर संदेह जताते हुए शव के दोबारा पोस्टमार्टम का अनुरोध किया था। किसान संगठन भी दोबारा पोस्टमार्टम की बात कह रहे थे। राज्य सरकार की अनुमति के बाद दोबारा पोस्टमार्टम किया गया और निष्पक्षता तथा पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई गई है।
अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अशोक कुमार ने बताया कि मृतक किसान का अंतिम संस्कार बुधवार सुबह उनके गांव मोहरनिया में कराया गया है। दाह संस्कार के समय किसान नेता राकेश टिकैत और उनके सहयोगी किसान संगठन के नेता, गोरखपुर जोन के अपर पुलिस महानिदेशक अखिल कुमार, जिलाधिकारी दिनेश चन्द्र सिंह, पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह समेत पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
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