'बाबरी मस्जिद विध्वंस में शिवसेना का एक भी कार्यकर्ता शामिल नहीं था', संजय राउत के बयान पर भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल ने किया पलटवार
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 11, 2023 08:42 AM2023-04-11T08:42:23+5:302023-04-11T08:54:32+5:30
भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल ने सोमवार को दावा किया कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद को जब छह दिसंबर 1992 को बजरंग दल और दुर्गा वाहिनी ने ढहाया था, उस समय उस जगह के पास शिवसेना का एक भी कार्यकर्ता मौजूद नहीं था।
मुंबईः महाराष्ट्र के मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता चंद्रकांत पाटिल ने सोमवार को दावा किया कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद को जब छह दिसंबर 1992 को बजरंग दल और दुर्गा वाहिनी ने ढहाया था, उस समय उस जगह के पास शिवसेना का एक भी कार्यकर्ता मौजूद नहीं था।
पाटिल ने एक क्षेत्रीय समाचार चैनल से कहा, ‘‘अयोध्या में कारसेवकों की सुविधा के लिए मुझे बजरंग दल ने तीन-चार महीने के लिए वहां रखा था। इसमें भाग लेने वाले लोग या तो बजरंग दल, विहिप (विश्व हिंदू परिषद) या दुर्गा वाहिनी से थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आरएसएस की ताकत हमारे पीछे थी लेकिन उसने खुलकर हिस्सा नहीं लिया। उसने अपने काम को समान विचारधारा वाले संगठनों में वितरित किया था।’’
पाटिल ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) के नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय राउत बाबरी मस्जिद विध्वंस के बारे में बात करते रहते हैं, लेकिन उनके मन में सवाल पैदा होता है कि क्या वह उस समय अयोध्या में थे भी।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के अयोध्या दौरे के दौरान राज्यसभा सांसद व उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कहा था कि मैं आंदोलन में भाग लिया था और उस लड़ाई में आरोपी हूं। लेकिन ये भाजपा हमारे साथ तो नहीं आई थी जब बाबरी का मुद्दा हुआ था। तब वे भाग गए थे और अब गद्दारों की उंगली पकड़कर जा रहे हैं।
भाषा इनपुट के साथ