कथित वित्तीय एवं प्रशासनिक अनियमितताओं के कारण जांच के दायरे में आए इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति रतन लाल हांगलू का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है।
अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा, ‘‘उनका इस्तीफा एचआरडी मंत्रालय ने राष्ट्रपति भवन भेजा था जिसे स्वीकार कर लिया गया है।’’ हांगलू ने बुधवार को इस्तीफा दिया था। वह कथित अनियमितताओं के कारण 2016 से जांच के दायरे में थे। यौन उत्पीड़न की शिकायतों से उचित तरीके से नहीं निपटने और छात्राओं की शिकायतों के निस्तारण के लिए उचित तंत्र नहीं होने के आरोपों को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग ने पिछले सप्ताह हांगलू को समन जारी किया था।
बता दें कि इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू समेत पांच प्रशासनिक अधिकारियों ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद संस्थान के लगभग सभी हॉस्टल वार्डन ने अपने अपने त्यागपत्र की पेशकश की थी।
विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉक्टर चितरंजन कुमार ने बृहस्पतिवार को बताया, “लगभग सभी हॉस्टल वार्डन भी इस्तीफे की पेशकश करेंगे। विश्वविद्यालय में बाहरी हस्तक्षेप बढ़ गया है और यह संस्थान की स्वायत्तता से भी जुड़ा मामला है।”
उल्लेखनीय है कि इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू ने भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हांगलू ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय और राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा भेजा था, जो स्वीकार हो गया है।