जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले की आशंका है। कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते केंद्र सरकार ने इंडियन एयर फोर्स के विमान C-17 ग्लोबमास्टर भारी मालवाहक को कश्मीर में काम पे लगा दिया गया है। बाकी कई विमान देश के विभिन्न हिस्सों से CRPF, SSB और ITBP के जवानों को कश्मीर पहुंचाने का काम करेंगें। खबरों के अनुसार सेना की अतिरिक्त तैनाती को देखते हुए केंद्र सरकार ने नौसेना को भी घाटी में रेड अलर्ट जारी किया है।
गुरूवार (2 अगस्त) को सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने जम्मू-कश्मीर पहुंचकर घाटी पर तैनाती सेना की तैयारियों का जायजा लिया। सुरक्षा एजेंसियों को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से घाटी में आतंकियों के घुसपैठ की खबर मिली थी जिस के बाद यह फैसला केंद्र सरकार ने लिया है।
आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए भारी मात्रा में सेना की तैनाती किये जाने के सरकार के फैसले के बाद देश के विभिन्न हिस्सों जैसे असम, उत्तर प्रदेश, बिहार से मिलिट्री और पैरामिलिट्री की टुकड़ियों को नौसेना द्वारा घाटी में लाया जा रहा है।
गृह मंत्रालय ने हाल ही में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 100 कंपनियों को तौनाती के आदेश दिए थे। यह आदेश पहले से मौजूद सेना को मजबूती प्रदान करने और राज्य में कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए दिया गया है।
इन 100 कंपनियों में से 50 केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल, 30 सशस्त्र सीमा बल, 10 सीमा सुरक्षा बल और 10 भारत तिब्बती पुलिस बल की टुकड़ियां हैं।
सुरक्षा एजेंसियों ने इस बात की पुष्टि की है कि पाकिस्तानी सेना के सहयोग से कुछ आतंकी संगठन भारत मे हमले की साज़िश कर रहे हैं। जाँच एजेंसियों की इस खबर के बाद ही सरकार ने तेज़ी से सेना की तैनाती का आदेश दिया है।
सूत्रों के मुताबिक घाटी में पंचायत चुनाव के सफल आयोजन के बाद ही आतंकी संगठनों ने सेना पर हमले की साज़िश रची है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल लगातार सुरक्षा और जाँच एजेंसियों के संपर्क में हैं और जम्मू कश्मीर में होने वाली हर गतिविधि पर नज़र बनाये हुए हैं।