सोशल मीडिया पर आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के न्यायाधीशों के खिलाफ अपमानजनक पोस्ट करने के मामले में सीबीआई ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. इससे पहले निचली अदालतों के जजों ने इस मामले में शिकायत की थी. लेकिन कार्रवाई न होने पर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एन वी रमण की ओर से इस मामले में नाराजगी जाहिर करते हुए टिप्पणी की गई थी. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया की नाराजगी के दो दिन बाद सीबीआई ने आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के न्यायाधीशों के खिलाफ अपमानजनक पोस्ट करने के आरोप में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है.
बता दें कि चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एन वी रमण ने धनबाद के जज उत्तम आनंद की मौत पर स्वतः संज्ञान लेते हुए की गई सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की थी. उन्होंने सीबीआई को नोटिस जारी करते हुए कहा था कि जांच एजेंसी बिल्कुल भी न्यायपालिका की मदद नहीं कर रही है. इस टिप्पणी के बाद रविवार को सीबीआई ने आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के जजों खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोप में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है.
बता दें कि चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि, सीबीआई ने कुछ नहीं किया. हमें उम्मीद थी कि सीबीआई के बर्ताव में कुछ बदलाव होगा लेकिन कुछ नहीं बदला. माफ कीजिएगा, लेकिन यह स्थिति है. जब जज सीबीआई और आईबी से खुद को मिल रही धमकियों की शिकायत करते हैं, वे मदद नहीं करते.'
गौरतलब है कि बीते दिनों झारखंड के धनबाद में जिला न्यायाधीश उत्तम आनंद को मॉर्निंग वॉक के दौरान अज्ञात वाहन ने कथित तौर पर इरादतन टक्कर मार दी थी. आनन-फानन में जज उत्तम आनंद को अस्पताल ले जाया गया लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी. इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था. इसमें साजिश की आशंका जताई गई थी.