नीट पेपर लीक कांड में गिरफ्त में आए आरोपियों से CBI की टीम कर रही है पूछताछ, आरोपियों का है महाराष्ट्र, गुजरात कनेक्शन
By एस पी सिन्हा | Updated: June 30, 2024 17:03 IST2024-06-30T17:03:42+5:302024-06-30T17:03:52+5:30
सीबीआई को कोर्ट से कुल पांच आरोपियों की रिमांड मिली है। इसमें हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. एहसानुल हक, वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम और पत्रकार जमालुद्दीन शामिल है।

नीट पेपर लीक कांड में गिरफ्त में आए आरोपियों से CBI की टीम कर रही है पूछताछ, आरोपियों का है महाराष्ट्र, गुजरात कनेक्शन
पटना: नीट पेपर लीक कांड की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने आज दूसरे दिन भी पटना के बेऊर जेल पहुंचकर आरोपियों से पूछताछ की। शनिवार को भी सीबीआई की टीम ने बेउर जेल पहुंचकर आरोपियों से पूछताछ की थी। सीबीआई को कोर्ट से कुल पांच आरोपियों की रिमांड मिली है। इसमें हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. एहसानुल हक, वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम और पत्रकार जमालुद्दीन शामिल है। सीबीआई को इन तीनों आरोपियों की 5 दिन की रिमांड मिली है। मनीष और आशुतोष भी 5 दिनों की रिमांड पर हैं, जबकि चिंटू और मुकेश को पहले से ही सीबीआई ने रिमांड पर रखा है। इन सातों आरोपियों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जा रही है।
सीबीआई प्रिंसिपल डॉ. एहसानुल हक का तीन महीने का कॉल डिटेल खंगाल रही है और उसके बिहार से कनेक्शन की जांच कर रही है। सीबीआई की टीम आज फिर दूसरे दिन बेऊर जेल पहुंची है, जहां 13 आरोपियों से पूछताछ की। इनमें 6 परीक्षा माफिया, 4 अभ्यर्थी और 3 अभिभावक शामिल हैं। इन 13 आरोपियों में पटना के दानापुर का आयुष राज, रोहतास का बिट्टू कुमार, दानापुर का अखिलेश कुमार, समस्तीपुर का सिकंदर यादवेंदु, पटना के नेपाली नगर का आशुतोष कुमार, पटना के ही एकंगरसराय का रोशन कुमार, गया जिले का नीतीश कुमार, समस्तीपुर का अनुराग यादव, रांची का अभिषेक कुमार, गया के बाराचट्टी का शिवनंदन कुमार, रांची का अवधेश कुमार, पटना का अमित आनंद और समस्तीपुर की रानी कुमारी शामिल हैं।
बता दें कि संजीव मुखिया से इन सभी के कनेक्शन जुड़े हुए हैं। इसके साथ ही आरोपियों का महाराष्ट्र, गुजरात और अन्य राज्यों में नीट पेपर लीक मामले में पकड़े गए आरोपियों से क्या कनेक्शन है, इसकी भी जांच की जा रही है। सीबीआई को शक है कि हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से ही पेपर लीक हुआ है। इसके बाद पेपर संजीव मुखिया तक पहुंचा, जिसने अपने गुर्गे चिंटू को प्रश्नपत्र मोबाइल पर भेजवाया। चिंटू और रॉकी ने एमबीबीएस स्टूडेंट से पेपर सॉल्व करवाया और फिर प्रश्न पत्र और उत्तर पटना के लर्न प्ले स्कूल में अभ्यर्थियों को दिए गए। इसी स्कूल की छत पर जले हुए प्रश्न पत्र मिले थे, जिनके सीरियल कोड की जांच में पता चला कि वे ओएसिस स्कूल के थे।