लाइव न्यूज़ :

कौन होगा अगला CBI प्रमुख, रेस में ये तीन नाम, पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय पैनल की बैठक

By हरीश गुप्ता | Updated: May 25, 2021 08:22 IST

देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई का अगला प्रमुख कौन होगा, इसे लेकर तस्वीर अगले कुछ दिनों में साफ हो जाएगी। सूत्रों के अनुसार इस पद के लिए तीन नामों को छांटा गया है।

Open in App
ठळक मुद्दे पीएम नरेंद्र मोदी, चीफ जस्टिस एनवी रमणा और लोकसभा में प्रतिपक्ष कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के पैनल की बैठक इस बैठक में सुबोध जयसवाल समेत वीके कौमुदी और कुंवर राजेश चंद्रा के नाम पर बनी सहमतिहालांकि बैठक के बाद अधीर रंजन चौधरी ने अधिकारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया को लेकर सवाल उठाए

क्या महाराष्ट्र पुलिस के पूर्व डीजी और वर्तमान में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के महानिदेशक सुबोध जयसवाल नए सीबीआई प्रमुख होंगे? सरकार में उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो जयसवाल का नाम देश के सबसे प्रतिष्ठित पद के लिए तीन अधिकारियों में से एक के रूप में उभर  है।

उच्चाधिकार प्राप्त समिति द्वारा चुने गए अन्य दो अधिकारियों में वर्तमान में केंद्रीय गृह मंत्रालय में तैनात आंध्र प्रदेश कैडर के अधिकारी वीके कौमुदी और वर्तमान में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के प्रमुख बिहार कैडर अधिकारी कुंवर राजेश चंद्रा शामिल हैं।

राकेश अस्थाना और वाईसी मोदी का नाम नहीं

यह चौंकाने वाली बात है कि सबसे आगे चल रहे दो नाम सीमा सुरक्षा बल और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के डीजी राकेश अस्थाना और एनआईए के डीजी डॉ. वाईसी मोदी, इन तीन नामों की सूची में जगह नहीं बना सके हैं।

ऐसी खबरें हैं कि अस्थाना और मोदी पर कोई आम सहमति नहीं बन सकी क्योंकि दोनों के साथ कुछ विवाद जुड़े थे। उत्तर प्रदेश कैडर के 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी एच.सी. अवस्थी के नाम पर भी विचार किया गया। वर्तमान में वह उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक है।

हैरत में डालते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमणा और लोकसभा में प्रतिपक्ष कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी के उच्चस्तरीय पैनल ने इस पद के लिए जायसवाल, कौमुदी और राजेश चंद्रा का चयन किया।

अब इन तीन नामों में से किसी एक को चुनने के लिए नियुक्ति से संबंधित कैबिनेट कमेटी जल्द ही बैठक करेगी। सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा के साथ तकरार के बाद अस्थाना को सीबीआई से हटा दिया गया था, जबकि मोदी ने 2002 के गुजरात दंगों की जांच करने वाली सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त एसआईटी का नेतृत्व करते हुए गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट दी थी।

कांग्रेस ने नियुक्ति की प्रक्रिया को लेकर उठाए सवाल 

बैठक में अधीर रंजन चौधरी ने अधिकारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने बाद में संवाददाताओं से कहा, 'जिस तरीके से चयन की प्रक्रिया अपनाई गई वह समिति के शासनादेश से मेल नहीं खाती है। मुझे 11 मई को 109 नाम दिए गए और आज (सोमवार) एक बजे तक उनमें से 10 नाम चयनित किए गए तथा चार बजे तक छह नाम छांटे गए। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग का यह लापरवाहपूर्ण रवैया बहुत ही आपत्तिजनक है।' 

 

टॅग्स :सीबीआईनरेंद्र मोदीअधीर रंजन चौधरीएन वेंकट रमण
Open in App

संबंधित खबरें

कारोबारIndiGo Crisis: 7 दिसंबर रात 8 बजे तक सभी यात्रियों को तत्काल पैसा वापस करो?, मोदी सरकार ने दिया आदेश, छूटे हुए सभी सामान अगले 48 घंटों के भीतर पहुंचाओ

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतModi-Putin Talks: यूक्रेन के संकट पर बोले पीएम मोदी, बोले- भारत न्यूट्रल नहीं है...

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

भारत अधिक खबरें

भारत2026 विधानसभा चुनाव से पहले बंगाल में हलचल, मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की आधारशिला, हुमायूं कबीर ने धर्मगुरुओं के साथ मिलकर फीता काटा, वीडियो

भारतमहाराष्ट्र महागठबंधन सरकारः चुनाव से चुनाव तक ही बीता पहला साल

भारतHardoi Fire: हरदोई में फैक्ट्री में भीषण आग, दमकल की गाड़ियां मौके पर मौजूद

भारतबाबासाहब ने मंत्री पद छोड़ते ही तुरंत खाली किया था बंगला

भारतWest Bengal: मुर्शिदाबाद में ‘बाबरी शैली की मस्जिद’ के शिलान्यास को देखते हुए हाई अलर्ट, सुरक्षा कड़ी