CBI ने संगीत नाटक अकादमी की पूर्व प्रमुख लीला सैमसन के खिलाफ अनियमितताओं के लिए दर्ज किया केस
By भाषा | Published: December 14, 2019 03:12 PM2019-12-14T15:12:33+5:302019-12-14T16:09:26+5:30
Leela Samson: सीबीआई ने संगीत नाटक अकादमी की पूर्व अध्यक्ष लीला सैमसन के खिलाफ कथित अनियमितताओं के मामले में दर्ज किया केस
नई दिल्ली:सीबीआई ने कुथम्बलम सभागार के पुनरुद्धार काम में 7.02 करोड़ रुपए की कथित अनियमितताओं के मामले में संगीत नाटक अकादमी की पूर्व प्रमुख और भरतनाट्यम लीला सैमसन और चार अन्य के खिलाफ शनिवार को मामला दर्ज किया।
अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि पद्मश्री से सम्मानित और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड की पूर्व अध्यक्ष सैमसन के अलावा फाउंडेशन के तत्कालीन मुख्य लेखा अधिकारी टीएस मूर्ति, लेखा अधिकारी एस. रामचंद्रन, इंजीनियरिंग अधिकारी वी. श्रीनिवासन और ‘सीएआरडी’ के मालिक और चेन्नई के इंजीनियरों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
सीबीआई ने आरोपियों के आवासीय परिसरों पर भी छापेमारी की। उन्होंने बताया कि संस्कृति मंत्रालय के मुख्य सतर्कता अधिकारी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि फाउंडेशन के अधिकारियों ने सामान्य वित्त नियमों का उल्लंघन करते हुए ‘सीएआरडी’ के साथ पुनरुद्धार कार्य के लिए अनुबंध किया था।
मंत्रालय ने 2016 में जांच के बाद आरोप लगाया कि फाउंडेशन ने 7.02 करोड़ की परियोजना के अनुमानित मूल्य से 62.20 लाख रुपये ज्यादा खर्च किये। इस सिलसिले में दर्ज की गई प्राथमिकी के अनुसार
केंद्रीय लोक निर्माण विभाग द्वारा दिये गए आकलन के मुताबिक यह ठेके अपेक्षाकृत ज्यादा कीमत पर दिए गए और इसी के अनुरूप ठेकेदारों को भुगतान किया गया। सैमसन छह मई 2005 से 30 अप्रैल 2012 के बीच फाउंडेशन की निदेशक रही थीं।
उन्होंने कहा कि फाउंडेशन द्वारा 1985 में बनाए गए सभागार के पुनरुद्धार की जरूरत 2006 में महसूस की गई। मंत्रालय ने शिकायत में आरोप लगाया कि ठेके देने में खुली निविदा प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। प्राथमिकी में कहा गया कि खुली निविदा प्रक्रिया का पालन नहीं करने की वजह से फाउंडेशन को हुए नुकसान के लिये सैमसन कथित तौर पर जिम्मेदार थीं।
लीला सैमसन को यूपीए सरकार ने अगस्त 2010 में संगीत नाटक अकादमी का 12वां अध्यक्ष नियुक्त किया था। लेकिन उन्होंने सितंबर 2014 में अपना कार्यकाल खत्म होने से एक साल पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।