लाइव न्यूज़ :

मुंबई एयरपोर्ट स्कैम: सीबीआई ने GVK ग्रुप और एयरपोर्ट अथॉरिटी के खिलाफ दर्ज किया मामला, 800 करोड़ के घोटाले का आरोप

By विनीत कुमार | Updated: July 2, 2020 11:01 IST

सीबीआई ने जीवीके ग्रुप ऑफ कंपनीज के चेयरमैन जी वेंकट कृष्णा रेड्डी सहित एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के कुछ अधिकारियों के खिलाफ गबन को लेकर मामला दर्ज किया है।

Open in App
ठळक मुद्देGVK ग्रुप और एयरपोर्ट अथॉरिटी के खिलाफ सीबीआई ने दर्ज किया मामला800 करोड़ रुपये से ज्यादा की हेराफेरी का है आरोप, साल 2012 से 2018 के बीच हुई हेराफेरी

जीवीके ग्रुप ऑफ कंपनीज के चेयरमैन जी वेंकट कृष्णा रेड्डी और मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के खिलाफ कथित तौर पर 805 करोड़ रुपये की अनियमितता के आरोप में केस दर्ज किया गया है। सीबीआई की ओर से दर्ज इस केस में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) और 9 अन्य निजी कंपनियों के अधिकारियों का भी नाम शामिल है।

एनडीटीवी की एक रिपोर्ट में सूत्रों के अनुसार बताया गया है कि इन सब पर साल 2012 से 2018 के बीच 'अपने लिए 805 करोड़ से अधिक का गलत लाभ उठाने और सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने' का आरोप लगा है।

इस एफआईआर के मुताबिक जीवीके एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड, एयरपोर्ट अथॉरिटी इंडिया और कुछ अन्य विदेशी संस्थाओं द्वारा एक ज्वायंट वेंचर कंपनी का गठन मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड या MIAL के नाम से किया गया। इसमें जीवीके के पास इस कंपनी के 50.5 प्रतिशत शेयर हैं और 26 प्रतिशत एएआई के पास है।

इसमें जीवीके रेड्डी MIAL के अध्यक्ष हैं और जीवी संजय रेड्डी, जिनका नाम एफआईआर में भी है, वे एमआईएएल के प्रबंध निदेशक हैं। एएआई और एमआईएएल के बीच 2006 में एक अनुबंध भी हुआ जिसके अनुसार एमआईएएल मुंबई एयरपोर्ट को चलाएगा और उन्हें रेवेन्यू का 38.7 प्रतिशत सालाना शुल्क के तौर पर एएआई से साझा करना होगा। बाकी के पैसों का इस्तेमाल आधुनिकिकरण, संचालन और एयरपोर्ट के रख-रखाव में किया जाएगा।

जांच एजेंसी ने अपने एएफआई में आरोप लगाया है कि आरोपियों ने नौ अन्य निजी कंपनियों के साथ झूठे काम के अनुबंधों को करके करीब 310 करोड़ रुपये का गबन किया है।  

एजेंसी ने यह भी आरोप लगाया कि जीवीके ग्रुप ऑफ कंपनीज के प्रमोटरों ने एएआई को नुकसान पहुंचाया। उन्होंने एमआईएएल के अधिशेष राशियों का उपयोग 2012 और 2018 के बीच अपनी अन्य समूह कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए किया। यही नहीं, एफआईआर में कहा गया है कि जीवीके ग्रुप ऑफ कंपनीज के प्रमोटरों ने एमआईएएल में खर्च को बढ़ाया हुआ दिखाने के लिए 100 करोड़ से अधिक का गबन किया।

सीबीआई के एक सूत्र के अनुसार जांच में ये भी खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने एमआईएएल की आय को कम करके दिखाया है। अगर इसे भी जोड़ कर देखा जाए तो सरकारी खजाने का 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ होगा।

टॅग्स :मुंबईसीबीआई
Open in App

संबंधित खबरें

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

भारतIndiGo Flight: कुवैत से हैदराबाद जा रहे विमान को मुंबई किया गया डायवर्ट, 'ह्यूमन बम' की धमकी के बाद एक्शन

कारोबारLPG Prices December 1: राहत की खबर, रसोई गैस की कीमतों में बड़ा बदलाव, मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, पटना और चेन्नई में घटे दाम, चेक करें

बॉलीवुड चुस्कीMalaika Arora: सफलता की राह पर कई उतार-चढ़ाव, लेखिका के रूप में शुरुआत करने को तैयार मलाइका अरोड़ा

भारत अधिक खबरें

भारतGoa Club fire: नाइट क्लब के ऑनर और मैनेजर के खिलाफ FIR दर्ज, अग्निकांड हादसे की जांच में जुटी पुलिस

भारतजब आग लगी तो ‘डांस फ्लोर’ पर मौजूद थे 100 लोग?, प्रत्यक्षदर्शी बोले- हर कोई एक-दूसरे को बचा रहा था और यहां-वहां कूद रहे थे, वीडियो

भारतडांस फ्लोर पर लगी आग..., कुछ ही पलों में पूरा क्लब आग की लपटों में घिरा, गोवा हादसे के चश्मदीद ने बताया

भारतगोवा के नाइट क्लब में भीषण आग, 25 लोगों की गई जान; जानें कैसे हुआ हादसा

भारतGoa Club Fire: नाइट क्लब अग्निकांड में मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 हुई, 4 पर्यटकों समेत 14 कर्मचारियों की मौत