CBI ने किया चाइल्ड पॉर्नोग्राफी रैकेट का पर्दाफाश, 40 देशों से जुड़े थे वॉट्सऐप ग्रुप के तार
By स्वाति सिंह | Published: March 13, 2018 08:13 PM2018-03-13T20:13:28+5:302018-03-13T20:13:28+5:30
यह एक वॉट्सऐप ग्रुप के जरिए चल रहा है। सीबीआई ने बताया कि लगभग 40 देशों के इस ग्रुप के 119 सदस्य हैं, जिनमे सबसे ज्यादा सक्रिय भारत के सदस्य हैं।
नई दिल्ली, 13 मार्च: सीबीआई ने मंगलवार को चाइल्ड पोर्नोग्राफी रैकेट का खुलासा किया है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक यह एक वॉट्सऐप ग्रुप के जरिए चल रहा है। सीबीआई ने बताया कि लगभग 40 देशों के इस ग्रुप के 119 सदस्य हैं, जिनमे सबसे ज्यादा सक्रिय भारत के सदस्य हैं। इसके बाद दुसरे नंबर पर पाकिस्तान और फिर अमेरिका है। सीबीआई ने इस मामले में इलेक्ट्रोनिक गैजेट का फॉरेंसिक एग्जामिशन भी कराया है। इस बात का खुलासा तिरुवंनतपुरम में की गई जांच में में हुआ है। सीबीआई के मुताबिक यह लड़के बच्चों की पोर्नोग्राफी लोड कर ग्रुप में हर रोज नए सदस्य जोड़ते हैं।
Child Pornography Racket Case: CBI probe revealed that the Whats app group had 119 members from 40 countries. Maximum members were from India, followed by Pakistan and then USA. Forensic examination of electronic gadgets is being done by C-DAC Thiruvananthapuram
— ANI (@ANI) March 13, 2018
बता दें कि इससे पहले फरवरी के तीसरे हफ्ते में एक व्हाट्सएप ग्रुप के पांच एडमिन पर केस दर्ज किया गया था। दो साल से चल रहे किड्स एक्स एक्स एक्स नाम के इस ग्रुप का हैंडलर उत्तर प्रदेश के कन्नौज का एक 20 साल का ग्रजुएट बेरोजगार निखिल वर्मा था। लगभग दो महीने की जांच के बाद सीबीआई निखिल वर्मा का पता लगाने में कामयाब हुई थी। इसके अलावा इसमें मुंबई का सत्येंद्र ओमप्रकाश चौहान, दिल्ली के निरंकारी कॉलोनी का नफीस राजा, दिल्ली के भैरों मार्ग निवासी जाहिद उर्फ जाकिर और नोएडा का आदर्श शामिल हैं।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़े पांच मामलों की जांच कर रही है। गौरतलब है कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी मामले में सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट रूप से निर्देश देने के बावजूद CSAM के कंटेंट तेजी से बढ़ रहे हैं। भारतीय कानून के मुताबिक आईटी एक्ट के तहत इस तरह के कंटेंट देखने या शेयरिंग करने को लेकर सख्त सजा का प्रावधान है।