उन्नाव रेप कांड: कुलदीप सेंगर के सहयोगी के बेटे को CBI ने किया गिरफ्तार, पीड़िता को धमकाने का है आरोप
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 4, 2019 04:21 PM2019-08-04T16:21:35+5:302019-08-04T16:21:35+5:30
पीड़िता की मां और बहन लगातार आरोप लगा रहे थे कि सतीश सिंह के बेटे नवीन सिंह की ओर से जान से मारने की धमकी दी जा रही है। अफसरों को पत्र लिखकर उन्होंने इस पर कार्रवाई करने की मांग भी की थी।
बहुचर्चित उन्नाव रेप कांड के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के सहयोगी सतीश सिंह के बेटे नवीन सिंह को सीबीआई टीम ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। 18 लोगों की सीबीआई टीम रविवार को पीड़िता के गांव पहुंची। जहां विधायक के घर की तलाशी लेने के साथ ही सीसीटीवी कैमरे की भी पड़ताल किया।
सीबीआई टीम ने विधायक के घर पर मिले नौकरों और गांव के कई लोगों से पूछताछ की। सीबीआई ने उस कमरे की भी पड़ताल की जहां पीड़िता ने विधायक पर रेप करने का आरोप लगाया था। छापेमारी के दौरान सीबीआई अधिकारियों को कई कमरों में ताला बंद मिला। जो कमरे नहीं खुले उनके तालों को तोड़कर सीबीआई की फोरेंसिक टीम ने जांच नमूने एकत्र किए।
सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने विधायक और उनके करीबियों के 17 ठिकानों पर छापेमारी की है। इनमें विधायक के गांव और शहर में स्थित मकान सहित उसकी बहन का घर भी शामिल है।
नवीन सिंह पर लगा था धमकी का आरोप
पीड़िता की मां और बहन लगातार आरोप लगा रहे थे कि सतीश सिंह के बेटे नवीन सिंह की ओर से जान से मारने की धमकी दी जा रही है। अफसरों को पत्र लिखकर उन्होंने इस पर कार्रवाई करने की मांग भी की थी। मामले में नवीन सिंह का नाम आने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। सीबीआई टीम ने गांव पहुंचते ही नवीन को गिरफ्तार कर लिया।
विधायक ने अपने बहन के घर में ही इन दिनों विधायक ने अपनी ऑफिस खोल रखी थी। विधायक के भाई मनोज सिंह जिस आवास में रहते हैं उसे व्हाइट हाउस कहा जाता है। सीबीआई टीम ने यहां भी छापा मारा। सुप्रीम कोर्ट की ओर से डेडलाइन दिए जाने के बाद से इस पूरे मामले में तेजी आई है। सीबीआई के लोग सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय समय पर काम पूरा कर लेना चाहते हैं।
पीड़िता को निमोनिया, हालत गंभीर
सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल उन्नाव बलात्कार पीड़िता और उसके वकील की हालत शनिवार को सातवें दिन भी गंभीर बनी हुई है। पीड़िता को निमोनिया हो गया है और वह वेंटिलेटर पर है जबकि वकील को वेंटिलेटर से तो हटा लिया गया है लेकिन उसकी हालत अब भी गंभीर है। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर के प्रभारी डॉ संदीप तिवारी ने बताया कि पीड़िता अब भी वेंटिलेटर पर है। उसे निमोनिया हो गया है जिससे उसको बुखार आ रहा है। उसे ब्लडप्रेशर नियमित करने की दवा भी दी जा रही है। पीड़िता के गले में छोटा सा छेद करके ट्रैकियोस्टोमी ट्यूब द्वारा आक्सीजन दी जा रही है, उसे अभी तक होश नहीं आया है और डाक्टरों की टीम 24 घंटे उसकी निगरानी कर रही है।
वहीं पीड़िता के घायल वकील महेंद्र सिंह को वेंटिलेटर से तो हटा दिया गया है लेकिन उनकी हालत गंभीर है। उनके सिर में चोट लगी है और उसे भी गले में छोटा सा छेद करके ट्रैकियोस्टोमी ट्यूब द्वारा आक्सीजन दी जा रही है। उन्होंने कहा कि जब कोई भी मरीज चार दिन से ज्यादा वेंटिलेटर पर रहता है तो उसे आक्सीजन देने के लिये ट्रैकियोस्टोमी विधि का इस्तेमाल किया जाता है इससे पर्याप्त आक्सीजन भी मरीज को मिलती रहती है और फेंफडों आदि की सफाई करने में भी आसानी होती है।