कावेरी जल विवाद सुलझाने के लिए एचडी कुमारस्वामी ने रजनीकांत को दिया यह ऑफर
By रामदीप मिश्रा | Published: May 21, 2018 09:26 AM2018-05-21T09:26:54+5:302018-05-21T09:26:54+5:30
कुमारस्वामी ने कहा कि कर्नाटक में पानी होगा तब हमारे लिए उनको पानी देना संभव होगा। मैं रजनीकांत को आमंत्रित करता कि वह यहां आएं और बांध की स्थिति देखें
बेंगलुरु, 21 मईः जेडी (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी ने अभी भले ही कर्नाटक के मुख्यमंत्री का पदभार न संभाला हो, लेकिन तमिलनाडु और कर्नाटक के बीच कावेरी जल के मुद्दे को लेकर अपनी राय दी है। उन्होंने साउथ के सुपर स्टार और तमिलनाडु के नेता रजनीकांत को राज्य में आने न्योता दिया है और स्थिति पर गौर करने के लिए कहा है। उनका मानना है कि अगर रजनीकांत राज्य के दौरे पर आएंगे तो स्थिति देखकर वह अपना रूख बदल देंगे।
दरअसल, एचडी कुमारस्वामी ने यह बात रजनीकांत के बयान की प्रतिक्रिया स्वरूप कही है, जिसमें रजनीकांत ने कहा था कि कर्नाटक को कावेरी जल बंटवारे पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करना चाहिए।
रजनीकांत के इस बयान के बाद कुमारस्वामी ने कहा कि कर्नाटक में पानी होगा तब हमारे लिए उनको पानी देना संभव होगा। मैं रजनीकांत को आमंत्रित करता कि वह यहां आएं और बांध की स्थिति देखें कि हमारे किसानों का क्या हो रहा है। यह देखने के बाद आप पानी चाहते हैं तो चर्चा करेंगे। आगे उन्होंने कहा कि यहां स्थिति देखने पर मुझे लगता है वह अपना रूख बदल लेंगे।
इधर, कावेरी प्रबंधन प्राधिकरण को रिपेरियन राज्यों के बीच जल बंटवारे की पूरी शक्ति है। यह बात मदुरै में मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने कही, जबकि द्रमुक नेता एम के स्टालिन ने कहा कि कुछ संदेह अब भी बरकरार है। उन्होंने कहा किउच्चतम न्यायालय के फैसले में स्पष्ट जिक्र है कि कावेरी प्रबंधन प्राधिकरण के पास पूरी ताकत है।
पलानीस्वामी की टिप्पणी ऐसे समय में काफी मायने रखती है जब विपक्षी दल उच्चतम न्यायालय में केंद्र द्वारा प्रबंधन बोर्ड की बजाए एक प्राधिकरण के नाम के हलफनामे पर संदेह जता रहा है और पूछ रहा है कि क्या प्रस्तावित संगठन के पास उपयुक्त शक्तियां हैं। इस बीच द्रमुक नेता स्टालिन ने कर्नाटक की नयी सरकार के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध की वकालत की और अन्नाद्रमुक से कहा कि वार्ता के माध्यम से कावेरी मुद्दे के समाधान के लिए काम करें।