Cash for Query Case: खत्म नहीं हो रही महुआ मोइत्रा की मुश्किलें, टीएमसी सासंद के खिलाफ जांच के लिए लोकपाल के पास पहुंचे निशिकांत दुबे
By अंजली चौहान | Published: October 22, 2023 06:50 AM2023-10-22T06:50:17+5:302023-10-22T06:53:32+5:30
निशिकांत दुबे ने पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से महुआ मोइत्रा के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए एक "जांच समिति" गठित करने का आग्रह किया था।
Cash for Query Case: टीएमसी सासंद महुआ मोइत्रा कैश फॉर क्वेरी मामले में फंसती हुई नजर आ रही हैं। उनके खिलाफ लगे रिश्वतखोरी के आरोपों को लेकर, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे लोकपाल के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंचे हैं। भाजपा सांसद दुबे ने भ्रष्टाचार विरोधी निगरानी संस्था के लोकपाल से अपनी शिकायत दर्ज कराई है और जांच की मांग की है।
शनिवार को दुबे ने कहा, "आज लोकपाल के पास शिकायत दर्ज कराई। केवल लोकपाल ही सांसदों और मंत्रियों के भ्रष्टाचार को देखता है, सीबीआई इसका माध्यम है।"
CBI- CBI सुनते सुनते थक गया हूँ । आज लोकपाल को शिकायत दर्ज करा दिया । सांसद,मंत्री का भ्रष्टाचार लोकपाल ही देखता है,CBI ही उसका माध्यम है ।
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) October 21, 2023
दरअसल, निशिकांत दुबे ने पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से महुआ मोइत्रा के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए एक जांच समिति गठित करने का आग्रह किया था। उन्होंने उन्हें सदन से तत्काल निलंबित करने की भी मांग की।
सभापति को लिखे अपने पत्र में, दुबे ने कहा कि मोइत्रा ने हाल तक संसद में जो 61 प्रश्न पूछे थे, उनमें से 50 अडानी समूह पर केंद्रित थे। उन्होंने कहा कि संसदीय प्रश्न पूछकर एक व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के व्यावसायिक हितों को हासिल करने और उनकी रक्षा करने के लिए महुआ मोइत्रा द्वारा रची गई आपराधिक साजिश के बारे में कोई संदेह नहीं है, जो 12 दिसंबर के 'कैश फॉर क्वेरी' प्रकरण की याद दिलाता है।
दुबे ने वकील जय अनंत देहाद्राई के पत्र का हवाला देते हुए दावा किया था कि उनके पास "अकाट्य" सबूत हैं कि मोइत्रा और व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के बीच रिश्वत का आदान-प्रदान हुआ था।
इसके जवाब में मोइत्रा ने निशिकांत दुबे और जय अनंत देहाद्राई को कानूनी नोटिस भेजा था। उन्होंने कहा कि यह आरोप लोकसभा सदस्य के रूप में अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए किसी भी प्रकार का कोई भी लाभ स्वीकार किया, अपमानजनक, झूठे, आधारहीन और सबूतों के एक टुकड़े से भी समर्थित नहीं हैं।