Cash for Query Case: बढ़ती जा रही महुआ मोइत्रा की मुश्किलें, लोकसभा पैनल 26 अक्टूबर के बाद करेगा फैसला

By अंजली चौहान | Updated: October 21, 2023 11:36 IST2023-10-21T11:34:36+5:302023-10-21T11:36:05+5:30

पैनल सबूतों की जांच करेगा और फिर तय करेगा कि जांच के लिए और किसे बुलाया जाए।

Cash for Query Case Mahua Moitra problems are increasing Lok Sabha panel will decide after October 26 | Cash for Query Case: बढ़ती जा रही महुआ मोइत्रा की मुश्किलें, लोकसभा पैनल 26 अक्टूबर के बाद करेगा फैसला

फोटो क्रेडिट- फाइल फोटो

Cash for Query Case: मुखर होकर अपनी बात कहने वाली तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा मुश्किलों में फंसती नजर आ रही हैं। व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी द्वारा पैनल को भेजे गए पत्र के बाद मामला गंभीर हो गया है और लोकसभा पैनल इस मामले की जांच कर रही है।

हीरानंदानी ने दावा करते हुए खुलासा किया कि महुआ मोइत्रा ने अपनी संसद लॉगिन आईडी और पासवर्ड व्यवसायी को दिए हैं। इस मामले में लोकसभा जांच पैनल ने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई द्वारा 26 अक्टूबर को सबूत पेश किए जाने के बाद अपना फैसला सुनाने का निर्णय लिया है।

समिति ने दुबे और देहाद्राई को अपने आरोपों के समर्थन में मौखिक साक्ष्य के साथ पेश होने के लिए कहा है कि मोइत्रा "हीरानंदानी से एहसान और उपहार के बदले में" लोकसभा में सवाल पूछ रही थीं और यहां तक कि "उन्हें अपनी संसद लॉगिन आईडी और पासवर्ड तक पहुंच की अनुमति भी दी थी।"

मोइत्रा के खिलाफ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा 

जय अनंत देहाद्राई ने एक्स पर दावा किया है कि उन्हें मोइत्रा के कुत्ते, हेनरी के बदले में अपनी शिकायत वापस लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जिसे लेकर वे हिरासत की लड़ाई में लगे हुए हैं।

उन्होंने लिखा, “कल दोपहर मुझ पर हेनरी के बदले में अपनी सीबीआई शिकायत और निशिकांत दुबे को लिखे पत्र को वापस लेने के लिए दबाव डालने का प्रयास किया गया। मैंने साफ मना कर दिया-सीबीआई को ब्योरा दूंगा।"

निशिकांत दुबे ने तुरंत एक्स पर जाकर लोकसभा अध्यक्ष और टीएमसी हैंडल को टैग किया और आरोप लगाया कि मोइत्रा देहाद्राई पर दबाव डाल रही थीं। शाम को एक पोस्ट में दुबे ने मोइत्रा की तुलना झामुमो महासचिव पंकज मिश्रा से की।

उन्होंने लिखा, “झामुमो के महासचिव पंकज मिश्रा थे। वह रोजाना अखबारों, ट्वीट और सोशल मीडिया के जरिए कहते थे कि सीबीआई और ईडी का स्वागत है। एक दिन सचमुच एक एजेंसी आई और वह दो साल से जेल में है। ऐसा ही जुनून अब रंगदारी के जरिए एलवी और गुच्ची खरीदने वाले में देखने को मिल रहा है। क्या दूसरा पंकज तैयार है?”

एक अन्य पोस्ट में, वह पश्चिम बंगाल के लोगों को संबोधित करते दिखे और मोइत्रा की तुलना उनकी पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी से भी की। उन्होंने कहा, ''जिस सांसद की पार्टी के नेता केवल साड़ी और चप्पल पहनते हैं, वह अपने दोस्तों को उन्हें एलवी और गुच्ची उपहार देने के लिए मजबूर करते हैं और फिर बंगाली संस्कृति के बारे में बात करते हैं।'' उन्होंने कहा, ''वह बंगाल को ऐसे समझते हैं क्योंकि उनकी मौसी बंगाल में महिषादल राज्य की रानी थीं।'' 

मोइत्रा भी एक्स पर सक्रिय रहीं, उन्होंने सीबीआई और एथिक्स कमेटी द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब देने की पेशकश की, साथ ही पैनल पर हमला भी किया।

उन्होंने कहा, “मैं सीबीआई और एथिक्स कमेटी (जिसमें भाजपा सदस्यों का पूर्ण बहुमत है) के सवालों का जवाब देने का स्वागत करता हूं, अगर वे मुझे बुलाएं। मेरे पास अडानी द्वारा संचालित मीडिया सर्कस ट्रायल चलाने या बीजेपी ट्रोल्स को जवाब देने के लिए न तो समय है और न ही रुचि। मैं नादिया में दुर्गा पूजा का आनंद ले रहा हूं। शुभो षष्ठी।”

Web Title: Cash for Query Case Mahua Moitra problems are increasing Lok Sabha panel will decide after October 26

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